अचानक आई दंगाइयों की भीड़ पुलिस को पुलिस ने 20 मिनट में किया कंट्रोल पुलिस लाइन में हुई बलवा ड्रिल, दंगे जैसे हालातों से निपटने पुलिस ने दिखाई अपनी तैयारी

ग्वालियर.
ग्वालियर : मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस ने परेड ग्राउंड में बलवा ड्रिल का अभ्यास किया जहां आगजनी, पब्लिक संपत्ति की तोड़फोड़ करने के लिए जमा हुई शरारती तत्वों की भीड़ को पहले मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस ने चेतावनी दी कि इस क्षेत्र में धारा 144 प्रभावी है। तत्काल यहां से चले जाएं। लेकिन पुलिस के चेतावनी के बाद भी उपद्रवियों ने पथराव करने के साथ तोड़फोड़, आगजनी शुरू कर दी।वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया, उसके बाद पानी की बौछार व आंसू गैस के गोले दागकर हिंसक भीड़ को कंट्रोल किया। बलवा ड्रिल का अभ्यास एसपी राजेश सिंह चंदेल की मौजूदगी में किया गया। अभ्यास में नजर आईं कमियों को जवानों व अधिकारियों को बताया गया।
जिले में सुरक्षा और कानून बनाए रखने के लिए उपद्रव के दौरान उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने की तैयारियां की जा रही हैं। बैठकों के साथ पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी मे पुलिस लाइन में बलवा ड्रिल का अभ्यास पुलिस के जवानों को दो भागों में बांटकर किया गया। एक टीम को उपद्रवियों की भूमिका दी गई। दूसरी टीम को इसे कंट्रोल करने का दायित्व दिया गया।अभ्यास के दौरान पहले बलवे का सीन क्रिएट किया गया। उसके बाद बलवा ड्रेस से सुसज्जित जवानों को उपद्रव को कंट्रोल करने के लिए निर्देशित किया गया। सेक्टर मजिस्ट्रेट के निर्देश पर लाठीचार्ज किया। साथ ही उपद्रवियों की भीड़ को आगे बढ़ने से रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दाग कर कंट्रोल किया गया। उपद्रवियों को कंट्रोल करने में मात्र 20 मिनट का समय लगा। एसपी राजेश सिंह चंदेल ने कहा कि बलवा ड्रिल में है 5 सैकड़ा से अधिक जवान शामिल हुए जिसमें पुलिस को असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए विशेष जानकारियां दी गई और पुलिस की तैयारी को भी परखा गया इसके साथ ही पुलिसकर्मियों को ऐसी हालत में खुद के बचाव के बारे में भी जितनी जानकारियां दी गई हैं जिससे पुलिस चुस्ती फुर्ती के साथ अपना कार्य कर सके.
बलवा ड्रिल के दौरान एक पुलिसकर्मी घायल भी हुआ पहुंचाया ट्रामा सेंटर
पुलिस लाइन में आयोजित बलवा ड्रिल के दौरान दंगाइयों से निपटने समय एक पुलिसकर्मी वास्तविक रूप से घायल हो गया जिसके बाद आनन-फानन में एंबुलेंस बुलाकर उसे ट्रॉमा सेंटर भिजवाया गया जहां उसका इलाज किया जा रहा है.