बुजुर्ग की जगह दूसरी महिला को खड़ा करके करोड़ों की जमीन हड़पी, थंब इंप्रेशन मिसमैच होने पर हुआ खुलासा

ग्वालियर.
सिरोल इलाके में रहने वाली 67 वर्षीय वृद्धा की जगह दूसरी महिला को रजिस्ट्रार कार्यालय में खड़ा कर करोड़ों की जमीन हड़प ली गई। पहले तो आरोपी से लेकर रजिस्ट्री करने वाले वृद्धा को ही झूठा बता रहे थे, आरोप भी लगाया कि उसी ने खुद रजिस्ट्री की है। एफआइआर के बाद पुलिस ने इसकी पुष्टि के लिए वृद्धा के थंब इंप्रेशन और रजिस्ट्री के समय जो अंगूठा लगाया गया, उसका नमूना जांच के लिए भोपाल भेजा। इसमें दोनों थंब इंप्रेशन मिसमैच हो गए हैं। अब रजिस्ट्रार कार्यालय भी कटघरे में है, क्योंकि रजिस्ट्री सुबह 9.58 बजे कर दी गई, जबकि कार्यालय खुलने का समय ही सुबह 10 बजे है। इस मामले में अभी आरोपितों की संख्या और भी बढ़ सकती है। फर्जीवाड़ा कर जमीन हड़पने वाले आरोपितों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। यह लोग घर से फरार हो गए हैं।
प्रेमाबाई उर्फ प्रामो उर्फ प्रोगो बाई गुर्जर सिरोल स्थित नैनागिर में रहती हैं। उनका मायका सिरोल गांव में है। उनके हिस्से में उन्हें 1 बीघा 8 बिस्वा पुश्तैनी जमीन मिली थी, जो सिरोल में मुख्य सड़क पर है। जमीन की कीमत वर्तमान में करीब पांच करोड़ रुपये से ज्यादा है। उनके हिस्से की कुल 0.725 हेक्टेयर जमीन में से 0.171 हेक्टेयर जमीन षड़यंत्र के साथ बेच दी गई। यह षड़यंत्र रचा शैलेंद्र सिंह हरिऔध, तहसीलदार सिंह गुर्जर, प्रमोद सिंह निवासी नदीपार टाल, वीरेश कुमार निवासी गोला का मंदिर ने। इसमें 7 दिसंबर को विक्रय पत्र एमपी142592022ए1121909 से रजिस्ट्री करा दी गई। प्रेमाबाई की जगह दूसरी महिला को खड़ा किया, उसी से अंगूठा लगवाया। जब प्रेमाबाई को पता लगा तो उसने शिकायत की। पुलिस ने जांच की, जिसमें सामने आया फर्जी वोटर कार्ड का भी इस्तेमाल किया गया है, क्योंकि प्रेमाबाई का वोटर कार्ड अलग था, उसमें स्पैलिंग अलग थी। सिरोल थाना पुलिस ने 22 दिसंबर को शैलेंद्र सिंह, तहसीदार सिंह, प्रमोद और वीरेश कुमार पर एफआइआर दर्ज की।