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सिंधिया कर्नाटक के चुनावों पर तो बोले लेकिन कांग्रेस एमएलए के लिखे पत्र पर चुप्पी साधकर निकल लिए 

सिंधिया कर्नाटक के चुनावों पर तो बोले लेकिन कांग्रेस एमएलए के लिखे पत्र पर चुप्पी साधकर निकल लिए 

सिंधिया कर्नाटक के चुनावों पर तो बोले लेकिन कांग्रेस एमएलए के लिखे पत्र पर चुप्पी साधकर निकल लिए
GWALIOR. ग्वालियर कर्नाटक राज्य के विधानसभा चुनाव हो चुके है । इसके  नतीजे शनिवार को आना है परंतु ज्यादातर एग्जिट पोल में चुनाव पूर्व सर्वे का ही ट्रेंड नजर आया। जिसके अनुसार कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है  लेकिन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इससे इत्तिफाक नही रखते।  गुरुवार को ग्वालियर  पहुंचने पर उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में एक बार फिर बीजेपी  अपनी सरकार बनाने जा रही है । खास बात ये कि सिंधिया ग्वालियर में कर्नाटक मामले पर तो प्रतिक्रिया देते दिखे लेकिन वे पूछने पर भी कांग्रेस विधायक द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर की जमीन छोड़ने को लेकर उन्हें (सिंधिया) को लिखी चिट्ठी पर चुप्पी साधकर निकल लिए। यह पत्र इस समय पूरे प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है और इसकी चर्चा काँग्रेस  ज्यादा बीजेपी में हो रही है।
 गुरुवार को ग्वालियर पहुंचे सिंधिया ने कर्नाटक को लेकर आये  एग्जिट पोल के नतीजों खारिज करते हुए कहा कि एंट्री पोल और एग्जिट पोल का कोई मतलब नहीं रह जाता है जब जनता खुद चुनाव करती है ।जनता का पोल सबसे बड़ा है। उन्हें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि कर्नाटक में भाजपा अपनी सरकार बनाने में कामयाब होगी। उल्लेखनीय है कि ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजे कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनाते दिखाई दे रहे हैं। इसी को लेकर जब एक स्थानीय कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सिंधिया से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल या एंट्री पोल का कोई मतलब नहीं रह जाता है जब जनता का पोल सामने आता है ।
 दक्षिण के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक द्वारा लिखे गए एक पत्र के बारे में उन्होंने सवाल सुनते ही  सिंधिया ने वहां से निकलना उचित समझा। एमएलए प्रवीण पाठक ने जय विलास परिसर में कई दशकों से संचालित सरस्वती शिशु मंदिर को खाली कराए जाने के आदेश पर पुनर्विचार करने की अपील सिंधिया से की है। उन्होंने कहा है कि वे खुद भी इस विद्यालय के छात्र रहे हैं और सरस्वती शिशु मंदिर एक तरह से ज्ञानपीठ है। इसलिए सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल को जय विलास पैलेस के द्वारा खाली नहीं कराया जाए। उल्लेखनीय है कि सरस्वती शिशु मंदिर में सैकड़ों बच्चे पढ़ते हैं।
गौरतलब है कि जयविलास पैलेस परिसर में ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने एक बड़ा भाग और भवन आरएसएस द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर को मामूली किराए पर दिया था तब से यहां विद्यालय और संघ की विभिन्न गतिविधियां संचालित होती आ रही है। काँग्रेस में रहते हुए  हुए भी स्व माधव राव सिंधिया और ज्योतिरादित्य सिंधिया इसे खाली नही करवा पाए लेकिन अब बीजेपी में आने के बाद उन्होंने इसे खाली कराने के लिए कार्यवाही शुरू कर दी है। इस मामले में आरएसएस और बीजेपी के नेता नाराज और दुःखी तो है लेकिन खुलकर कुछ नही बोल रहे परंतु कांग्रेस एमएलए प्रवीण पाठक ने सिंधिया को इस मामले पर चिट्ठी लिखकर उसे सोशल मीडिया पर डाली तो बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उसे जमकर बायरल किया। लेकिन जब मीडिया ने सिंधिया से इस पर प्रतिक्रिया चाही तो वे बगैर कुछ बोले आगे निकल लिए।
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