पटवारी भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े में पकड़े गए चार युवकों में एक उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही निकला

ग्वालियर.
पटवारी भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े में उत्तर प्रदेश के सिपाही का कनेक्शन सामने आया है। उसे ग्वालियर पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। 9 अप्रैल को होने वाली पटवारी भर्ती परीक्षा में सॉल्वर बनकर बैठने वाला था। ₹500000 में उसे कियोस्क सेंटर संचालक ने पास कराने का ठेका दिया था। रुपए परीक्षार्थी के पास होने के बाद उसे मिलने वाले थे। अभी पटवारी भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े में और भी कड़ियां सामने आ सकती हैं। जिसकी तस्वीर में पुलिस लगी हुई है। चारों आरोपियों को अभी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
मध्यप्रदेश में पटवारी के 9000 से अधिक रिक्त पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की जा रही है15 मार्च से यह परीक्षा चल रही है। पटवारी भर्ती परीक्षा में मूल परीक्षार्थी की जगह थंब इंप्रेशन का क्लोन बनाकर साल्वर बठाने की तैयारी थी। जिस मूल परीक्षार्थी की जगह सालवर बैठाया जा रहा था। उस परीक्षार्थी की परीक्षा 9 अप्रैल को शेड्यूल है। इससे पहले सॉल्वर के थंब इंप्रेशन के क्लोन तैयार कर उन्हें मूल परीक्षार्थी के आधार कार्ड में फीड किया जा रहा था। इससे पहले ही ने पकड़ लिया गया। इस मामले में ग्वालियर क्राइम ब्रांच की टीम ने 4 आरोपियों को पकड़ा है। जिसमें 1 कियोस्क सेंटर संचालक है जो थाटीपुर का रहने वाला है। जबकि एक उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाला युवक है जो साल्वर बनकर बैठने वाला था। यह युवक उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही है। सिर्फ ₹500000 में परीक्षा पास कराने का ठेका दिया गया था। इसका नाम कृष्ण वीर सिंह है। ग्वालियर पुलिस ने इस बारे में उत्तर प्रदेश पुलिस को भी सूचना दे दी है। उत्तर प्रदेश पुलिस इस सिपाही पर कार्यवाही भी करेगी।