एनएचएम भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में 13 वें आरोपी को भोपाल से पकड़कर लाइ क्राइम ब्रांच

ग्वालियर. एनएचएम भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले में पुलिस द्वारा लगातार आरोपियों की धरपकड़ की जा रही है जो रोज पूर्व दिल्ली से दो मास्टरमाइंड पकड़े जाने के बाद क्राइम ब्रांच ने इस मामले से जुड़े एक और आरोपी को भोपाल से दबोचा है और उसे पकड़कर ग्वालियर लाकर पूछताछ की जा रही है आरोपी से पूछताछ के बाद कई और खुलासे हो सकते हैं. अब तक इस मामले में 13 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने NHM संविदा स्टाफ नर्सिंग परीक्षा के पेपर आउट कांड में शुक्रवार को 13वां आरोपी को गिरफ्तार किया है। गैंग के मास्टर माइंड राजीव नारायण मिश्रा, उसके ममेरे भाई पुष्कर पांडे की गिरफ्तारी के 24 घंटे बाद पुलिस ने भोपाल से पन्ना निवासी तरुणेश अरजरिया को गिरफ्तार किया है। यह टेक्निकल एक्सपर्ट है। इसके ई-मेल पर ही मुम्बई की MEL कंपनी के सर्वर से हैक कर पेपर आया था।ई-मेल से पेपर कॉपी कर बेचा गया था। इस पेपर को ई-मेल पर लाने के लिए एक नया मोबाइल व सिम कार्ड खरीदा गया था। नए नंबर से मेल बनाकर पेपर मंगाया गया। पेपर कॉपी करते ही मोबाइल और सिम कार्ड तोड़ दिए गए। गैंग का मास्टर माइंड राजीव नारायण मिश्रा है। उसके राइट हैंड और लेफ्ट हैंड पुष्कर पांडे व तरुणेश हैं। पुष्कर और राजीव नारायण को पुलिस ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है।पुलिस की अब तक की पूछताछ में पकड़े गए मास्टरमाइंड ने बताया है कि उन्होंने पर्चा बनाने वाली कंपनी MEL के सर्वर से लिया था।
साथ ही उन्होंने बताया है कि पुलिस से बचने के लिए उन्होंने 5 दिन पहले ही नई फॉर्च्यूनर गाड़ी खरीदी है। पुलिस की टीमें लगातार मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए 5 राज्यों के 30 शहरों में लगातार दबिश दे रही थी। पर शुक्रवार को पुलिस को इस मामले मंे 13वां आरोपी भी लग गया है। पुष्कर और राजीव नारायण से पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने भोपाल से तरुणेश नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है। देर रात पुलिस उसे लेकर ग्वालियर पहुंची है। यह भी ऊंचा खिलाड़ी है। इसके ई-मेल पर ही आउट किया हुआ पेपर आया था।
कौन है तरुणेश अरजरिया उर्फ गुरू
भोपाल से पकड़ा गया तरुणेश अरजरिया इलेक्ट्रोनिक्स में इंजीनियरिंग किए हुए हैं। वह टेक्निकल एक्सपर्ट है और गैंग का थिंक टैंक भी है। जिस कारण उसे गैंग मंे गुरु भी कहा जाता था। राजीव नारायण के कहने पर तरुणेश ने एक नया मोबाइल व सिम कार्ड खरीदा था। इस नए नंबर पर इंटरनेट की मदद से उसने एक नया फेक ई-मेल बनाया। MEL कंपनी के सर्वर से हैक कर पेपर इसी तरुणेश के नाम से बने ई-मेल पर ही आया था। पेपर वहां से कॉपी करने के बाद मोबाइल सिम तोड़कर वहीं फेक दिए। अब पुलिस शनिवार को तरुणेश को कोर्ट मंे पेश करेगी और उसकी रिमांड लेकर तीनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाएगी।अब तक इस मामले में 13 आरोपी पकड़े जा चुके हैं।