स्व. माधव शंकर इंदापुरकर कुशल राजनेता थेः शेजवलकर

स्व. माधव शंकर इंदापुरकर जी की पुण्यतिथि आयोजित।स्व. माधव शंकर इंदापुरकर कुशल राजनेता थेः शेजवलकर
ग्वालियर 11 अपै्रल। मधु भैया महापौर रहे, विधायक रहे, उन्होंने दोनों पदों के साथ न्याय किया था। वे कुशल राजनेता थे कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझते थे, तत्पश्चात निर्णय लेते थे। मधु भैया में संगठनात्मक क्षमता अद्भुत थी। किसी की समस्या का निराकरण उनके पास जाने मात्र से हो जाता था। वह मेरे परिवार के सदस्य के रूप में थे। उक्त उद्गार ग्वालियर के सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने स्व. माधव शंकरपुर इंदापुरकर की पुण्यतिथि के अवसर पर मुखर्जी भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किए।
इस अवसर पर मंच पर विवेक नारायण शेजवलकर, जिलाध्यक्ष कमल मखीजानी, पूर्व मंत्री माया सिंह, पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, मुन्नालाल गोयल, राजू सेंगर, विनोद शर्मा, कृष्ण आचार्य वेद गजेंद्रगड़कर उपस्थित थे।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री माया सिंह ने कहा शहर में विकास कार्य कैसे हो उसमें पार्टी की लाइन क्या होगी, यह मधु भैया के साथ बैठकर हम लोग किया करते थे। वह बहुत ही आत्मीय भाव से हमको सिखाते थे। आज उनकी कमी हमको बहुत खल रही है हमने उनके सानिध्य में राजनीति का ककहरा सीखा। उन्हीं से प्रेरणा लेकर भारतीय जनता पार्टी आज उंचाईयां छू रही है और हम आगे बढ़ रहे है।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री कमल माखीजानी ने कहा कि अप्पाजी राजनीतिकख् सामाजिक जीवन में बहुत ही सक्रिय थे। उनका घर-घर में संपर्क था। वह एक धैर्यवान व्यक्तित्व थे। उन्होंने अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व से समाज में अमिट छाप छोड़ी। विधायक और महापौर के रूप में वह जनता में काफी लोकप्रिय जननेता थे।
कार्यक्रम का संचालन हरीश मेवाफरोश ने एवं आभार राजू सेंगर ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री ध्यानेंद्र सिंह, जयप्रकाश राजौरिया, राजेश सोलंकी, अशोक शर्मा, महापौर पूर्व समीक्षा गुप्ता, सुमन शर्मा, मीना सचान, राकेश माहौर, ओम प्रकाश शेखावत, राजकुमार परमार, रामेश्वर भदौरिया, डॉ. नीतेश शर्मा, मधुसूदन भदौरिया, प्रमोद खंडेलवाल, धर्मेंद्र कुशवाहा, सुधीर गुप्ता, धर्मेंद्र राणा, विद्या थोराट, अजय चैधरी, नीलिमा शिंदे, प्रतीक तिवारी, उमा शिंदे, हरीश यादव, चंद प्रकाश गुप्ता, हंसराज तलरेजा, पारस जैन, देवेंद्र पवैया, महेश जायसवाल, शर्मिला कुशवाह, डॉ अंजली रायजादा, रामनारायण दुबे, जितंेद्र गुर्जर, स्वतंत्र सक्सैना, चेतन मंडलोई, अशोक बांदिल, मुरारीलाल मित्तल सहित अनेकों कार्यकर्ता उपस्थित थे।