पंजाबी साहित्य परिषद ने शान ए विरासत कार्यक्रम में सिखाया पगड़ी बांधना

ग्वालियर ।गुरुद्वारा फूल बाग प्रबंधक कमिटी के संयुक्त तत्वधान में आज 3 अप्रैल रविवार को पंजाबी साहित्य अकैडमी एवं गुरुद्वारा फूल बाग प्रबंधक कमेटी के तत्वधान में सुंदर दस्तार सजाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।पंजाबी साहित्य अकादमी की निदेशक नीरू सिंह ज्ञानी ने बताया भारत के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न शैलियों में पगड़ी बांधी जाती है।पगड़ी को सिखों की आन बान और शान का प्रतीक माना जाता है। विभिन्न धर्मों एवं भारत में पगड़ी भारतीय संस्कृति का सुंदर प्रतीक है। गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा बैसाखी के अवसर पर धर्म की रक्षा के लिए खालसा सजाया गया था ।इसी खालसा साजना दिवस के पूर्व ग्वालियर संभाग में शान ए विरासत दस्तार सजाओ प्रतियोगिता विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित की गई।
जिसमें 6 वर्ष से लेकर 15 वर्ष तक एवं 15 वर्ष से ऊपर के युवाओं ने भाग लिया।आज उनकी फाइनल प्रतियोगिता ग्वालियर में आयोजित की गई।इससे पूर्व डबरा घरसोंधी मोहना गोहद एवं आसपास के क्षेत्रों के कई बच्चों में प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।आज उसका फाइनल आयोजन किया गया ।
इस प्रतियोगिता के आकर्षक उपहार के नगद उपहार भेंट किए जाएंगे।आज सभी प्रतिभागियों को प्रशंसा पत्र और मेडल दिए गए । इस प्रतियोगिता के आकर्षक उपहार के नगद उपहार भेंट किए जाएंगे।
कार्यक्रम की निर्णायक कमेटी में सरदार जेपी सिंह ज्ञानी, हनुमत सिंह कोचर ,कुलवंत सिंह जुनेजा,सुरेंद्र सिंह सचदेवा,स्वर्ण सिंह औलख ,कमलजीत सिंह प्रमुख रूप से एवं कार्यक्रम में सनी संधू ,हरपाल सिंह जुनेजा ,हरविंदर सिंह जुनेजा, सर्वजीत सिंह ज्ञानी , प्रभ सिमर सिंह सेठी, गुरप्रीत सिंह, तेजेंद्र वीर सिंह , त्रिलोक सिंह ,हरमीत सिंह सेठी जस्करण सिंह उपस्थित थे।