साइंस कालेज का सीमांकन पूरा होने के बाद हरीशंकरपुरम की 22 संपत्तियों पर तुड़ाई की तलवार लटकी

ग्वालियर । साइंस कालेज का सीमांकन पूरा होने के बाद हरीशंकरपुरम की जिन 22 संपत्तियों पर तलवार आ लटकी है,उनकी ओर से कुछ लोगों ने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह से मुलाकात की। कलेक्टर के सामने पक्ष रखा, लेकिन कलेक्टर ने कहा कि नियम के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
झांसी रोड स्थित साइंस कालेज का सीमांकन पूरा होने के बाद एसडीएम झांसी रोड ने रिपोर्ट का अध्ययन पूरा कर लिया है। रिपोर्ट खुलते ही सामने आया कि साइंस कालेज का असल परिसर 74 बीघा छह बिस्वा में है, लेकिन वह काबिज कुल 98 बीघा पर है। वहीं जो शेष भाग 24 बीघा का है, उसके आंशिक भाग पर अतिक्रमण है। यह भूमि राजस्व की है, जिसपर बनी संपत्तियां अतिक्रमण के दायरे में आती हैं। साइंस कालेज की अतिरिक्त जमीन को लेकर निर्णय लिया जाएगा। वहीं जो 22 संपत्तियां राजस्व की जमीन पर हैं, उनको लेकर अब रणनीति बनाकर कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात रहे कि साइंस कालेज के पूर्व छात्र नेता बालेंदु शुक्ल, भगवान सिंह यादव सहित अन्य लोगों ने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को कालेज की जमीन के सीमांकन के लिए आवेदन किया था। इस आवेदन के बाद कलेक्टर ने राजस्व अमले को सीमांकन करने के निर्देश दिए थे। दो बार जमीन का सीमांकन राजस्व निरीक्षक और पटवारियों की टीम ने किया। इसी सीमांकन में यह सामने आया कि साइंस कालेज की 74 बीघा छह बिस्वा जमीन है, जिस पर साइंस कालेज का पूर्ण परिसर है। शेष 24 बीघा जमीन साइंस कालेज की नहीं है, वह राजस्व की है जो अभी तक साइंस कालेज की मानी जा रही थी। इसी जमीन के आंशिक भाग पर 22 संपत्तियां हरिशंकरपुरम की ऐसी चिन्हित हुईं जो राजस्व की जमीन पर बनी हैं। इन पर राजस्व अमले ने निशान लगाकर इन्हें अतिक्रमण की श्रेणी में माना है। अब इनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है।