वीरेंद्र गोस्वामी का अपहरण कर मारपीट करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने दबोचा

ग्वालियर। सिरौल थाना पुलिस ने दो दिन पूर्व वीरेंद्र गोस्वामी का कलारी वाल तिराहा सिरौल से अपहरण कर तीन बदमाशों ने कमरे में बंधक बनाकर बेरहमी के पीटने के मामले में नामजद दो आरोपित को पकड़ लिया है। पूर्व पार्षद रामविलास गोस्वामी ने बताया कि आरोपित से फरियादी की पूर्व की कोई रंजिश नहीं है। स्मैक बेचने वालों की सूचना पुलिस को देने पर बदमाशों ने उसका अपहरण कर मारपीट की है। मुरार थाने में पदस्थ आरक्षक ने स्मैक तस्करों तक यह बात पहुंचा दी थी कि तुम्हारे खिलाफ शिकायत वीरेंद्र गिरी करता है। यह बात एसएसपी अमित सांघी के संज्ञान में आ गई है। उन्होंने अपने स्तर पर विवेचक व संबंधित अधिकारियों से जानकारी मांगी है। एसएसपी नशे के मामले में सख्त है। इससे पहले एएसआइ व प्रधान आरक्षक को निलंबित कर चुके हैं।
सिरोल थाना प्रभारी गजेन्द्र धाकड़ ने बताया कि दो दिन पहले गोला का मंदिर थाना क्षेत्र निवासी वीरेन्द्र पुत्र मोहन गिरी गोस्वामी को बातचीत के बहाने सोनू जाट ने बुलाया। जब वह उससे मिलने पहुंचा तो वहां पर पहले से ही संतोष कुशवाह, नानू भी खड़े थे। यहां पर संतोष पुरानी रंजिश पर उससे गाली गलौज करने लगा। जब उसने विरोध किया तो आरोपियों ने उस पर कट्टा अड़ा दिया और उसे अगवा कर ले गए थे। एक कमरे में बंद कर हमलावरों ने उसकी कट्टे के बट, लेजम, लाठी डंडों से बेरहमी से मारपीट की थी। इसका पता चलते ही पुलिस ने आरोपियों की तलाश की और एक होटल से नानू उर्फ मोहित तथा उदित यादव को पकड़ा। सिरौल थाना प्रभारी ने बताया कि अभी देहाती नालिसी पर प्रकरण दर्ज किया है। अभी फरियादी अस्पताल में भर्ती है। घायल के कथन के बाद ही हमले का कारण पता चल सकेगा।