महाकाल मंदिर में 30 दिसंबर से तीन जनवरी तक गर्भगृह में प्रवेश पर रोक

उज्जैन। साल के अंतिम दिन और नए साल में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की संख्या को देखते हुए महाकाल मंदिर प्रबंधन समिति ने 30 दिसंबर से तीन जनवरी तक गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इस दौरान पुजारी, पुरोहित और मंदिर कर्मचारी ही गर्भगृह में जा पाएंगे। दर्शनार्थियों को नंदीमंडप के पीछे गणेश मंडप से दर्शन होंगे।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में नए साल की शुरुआत में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इनकी संख्या रोजाना पचास हजार से ज्यादा भी पहुंच जाती है। कोरोना व ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए मंदिर प्रबंध समिति ने 30 दिसंबर यानी गुरुवार से अगले सोमवार यानी 3 जनवरी तक गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इस संबंध में सोमवार शाम को आदेश जारी किए गए।
इन 5 दिनों में परम्परागत पूजा में सम्मिलित होने वाले पुजारी, पुरोहित, प्रतिनिधि, ऑन ड्यूटी कर्मचारियों को छोड़कर अन्य किसी भी व्यक्ति का गर्भगृह एवं नंदीहॉल दोनों जगह प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या को देखते हुए यह निर्णय लिया है। सभी श्रद्धालु नंदीमंडप के पीछे गणेशमण्डप के बेरिकेड्स से श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन कर सकेंगे।