हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद भी जिंदा थे CDS रावत, घटनास्थल पहुंचे वायुसेनाध्यक्ष

तमिलनाडु के कन्नूर में सेना के हेलिकॉप्टर क्रैश में सीडीएस रावत और उनकी पत्नी और 11 अन्य जवानों का निधन हो गया है, लेकिन अब जानकारी मिली है कि हादसे के तत्काल बाद CDS रावत जिंदा थे और प्रत्यक्षदर्शियों को उन्होंने अपना नाम भी बताया था। राहत व बचाव दल में शामिल एक शख्स ने जानकारी दी है कि वह सबसे पहले चॉपर के बिखरे पड़े मलबे के पास पहुंचा था। हादसे के बाद वहां राहत और बचाव के लिए पहुंची टीम में शामिल एनसी मुरली नाम के इस बचावकर्मी ने बताया है कि हमने 2 लोगों को जिंदा बचाया, जिनमें से एक खुद सीडीएस बिपिन रावत थे। उन्होंने बहुत कमजोर आवाज में अपना नाम बताया था। अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत रास्ते में हो गई थी।
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि CDS रावत के शरीर का निचला हिस्सा बुरी तरह जल गया था। उन्हें एक बेडशीट में लपेट कर एंबुलेंस में ले जाया गया था। बचावकर्मी के मुताबिक दुर्घटनास्थल के पास काफी पेड़ भी थे, इसलिए बचाव कार्य शुरू होने में काफी दिक्कत आ रही थी और देरी भी हो रही थी। राहत कार्य में जुटे एनसी मुरली ने बताया कि बाद में जानकारी मिली कि जिन दो लोगों को जिंदा निकाला गया था, उसमें दूसरे शख्स की पहचान ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के तौर पर की गई थी।CDS जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की घटना के बाद अब एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी दिल्ली घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। वे आज दुर्घटनास्थल का मुआयना करेंगे। घटना के बाद वायुसेना पहले ही जांच के आदेश दे चुकी है।
हेलिकॉप्टर बुधवार को पर्वतीय नीलगिरि जिले के पास कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना के सुलुर अड्डे से वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज कॉलेज (डीएससी) जा रहा था। हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दिवंगत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव देह को आज शाम को सेना के जहाज से दिल्ली लाई जाएगी। सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली कैंट में होगा। गौरतलब है कि तमिलनाडु के कुन्नूर जिले में बुधवार को हेलीकॉप्टर क्रैश होने से सीडीएस रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य जवानों की दुखद मौत हो गई थी।