केंद्रीय मंत्री ताेमर पहुंचे शनिदेव की शरण मेंः ऐंती गांव स्थित शनि मंदिर में हनुमान जी एवं शनिदेव का विधि विधान से पूजन किया

मुरेना। केंद्रीय मंत्री एवं मुरैना सांसद नरेंद्र सिंह ताेमर भी आज सुबह ऐंती गांव स्थित शनि मंदिर में शनिदेव के दर्शनाें के लिए पहुंचे। यहां पर उन्हाेंने हनुमान जी एवं शनिदेव का विधि विधान से पूजन किया। इस दाैरान उन्हाेंने मंदिर की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। खास बात यह है कि कुछ समय पहले केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया भी शनि मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे। इसके बाद अब केंद्रीय मंत्री ताेमर ने शनिचरी अमावस्या पर शनि मंदिर पहुंचकर शनिदेव का पूजन किया है।
शनिचरी अमावस्या के अवसर पर मुरैना जिले के ऐंती गांव में स्थापित प्राचीन शनि मंदिर पर विशाल मेले का आयाेजन किया गया है। यहां रात से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हाे गया था। मान्यता है कि यहां पर विधि विधान से पूजा अर्चना करने से शनिदेव प्रसन्न हाेते हैं और शनि पीड़ा से मुक्ति मिलती है। खास बात यह है कि आज केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह ताेमर भी यहां पर शनिदेव के दर्शनाें के लिए पहुंचे थे। उन्हाेंने विधि विधान से पूजा अर्चना भी की। हालांकि काेराेना की तीसरी लहर के खतरे काे देखते पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।मुरैना के ऐंती पर्वत स्थित शनि मंदिर पर शनि अमावस्या पर विराट मेले का आयाेजन किया गया। कोरोना वायरस के नए वैरिएंंट के खतरे के बीच लग रहे मेले में सुरक्षा व्यवस्था और बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग के बीच पूरी क्षमता से मेले का आयाेजन किया गया। इस मेले में देशभर से लाखों श्रद्धालु शनिदेव के दर्शनाें के लिए पहुंचे। हजारों श्रद्धालु और सैकड़ों दुकानदार शुक्रवार की रात से ही शनिधाम पहुंच गए थे। श्रद्धालुओं को खान-पान की सुविधा के लिए कई लंगर लगाए गए हैं। सुरक्षा के लिए जिलेभर के थाना प्रभारी तैनात किए गए हैं। चार अस्थाई अस्पताल भी यहां बनाए गए हैं। इस बार जिला प्रशासन द्वारा ही बाल बनाने वाले नाइयों को ब्लेड उपलब्ध कराए गए हैं। करीब 1000 ब्लेड नाईयों को वितरित करवाए गए हैं। ऐतिहासिक महत्व के इस मंदिर में शनि देव की खड़ी मूर्ति है। मान्यता है कि शनिदेव के दर्शन के समय कभी भी उनसे नजर नहीं मिलाई जाती है। मंदिर में विराजित मूर्ति की खासियत है कि इसकी आंखें नीचे की ओर झुकी हुई हैं। मूर्ति के इसी स्वरूप के चलते यहां मप्र के अन्य जिलों सहित पड़ोसी राज्यों, उत्तरप्रदेश, राजस्थान से यहां श्रद्धालु यहां आते हैं।