इलेक्ट्रीशियन कीचाकू से गोदकर हत्या, होकर्स जोन में सुबह शव मिलने से मचा हड़कंप

ग्वालियर। उपनगर मुरार के सिंहपुर रोड पर हॉकर्स जोन में एक इलेक्ट्रीशियन की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई है। हत्या करने वाला उससे इतनी नफरत करता था कि सीने में चाकू के 13 घाव मिले हैं। इतना ही नहीं यह चाकू भी सब्जी वाला चाकू है। अनुमान है कि जब तक मृतक की जान नहीं निकल गई होगी हमलावर ने बार-बार चाकू मारे होंगे। घटना मंगलवार-बुधवार दरमियानी रात की है। घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को निगरानी में लिया। जहां शव पड़ा था वहां पास ही एक खाली बोतल भी रखी मिली है। मृतक की शादी नहीं हुई थी। पुलिस को पता लगा है कि उसने कुछ सब्जी वालों को रुपए उधार दे रखे थे। साथ ही कुछ महिलाओं से भी उसके मेल जोल की बात सामने आई है।
उपनगर मुरार के भगवती कॉलोनी निवासी गणेश शर्मा (46) पुत्र लक्ष्मण प्रसाद शर्मा इलेक्ट्रीशियन था। मंगलवार-बुधवार दरमियानी किसी ने उसकी चाकू से गोदकर हत्या कर दी। वारदात का पता सुबह चला जब हॉकर्स जोन लोग पहुंचे और खून से सना शव पड़ा देखा। तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही मुरार थाना प्रभारी शैलेन्द्र भार्गव मौके पर पहुंच गए। उन्होंने शव को देखते ही तत्काल फोरेंसिक टीम के लिए कॉल किया। फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. अखिलेश भार्गव मौके पर पहुंचे और जांच की है। मृतक की पहचान होने के बाद परिजन को भी मामले की सूचना दे द ी गई। पुलिस ने घटना स्थल के पास से ही पुलिस को एक गिलास और शराब की बोतल मिली है। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।फोरेंसिक एक्सपर्ट ने जांच में पाया है कि गणेश सीने और उसके आसपास चाकू के 13 घाव हैं। जिस चाकू से यह घाव दिए गए हैं वह बदमाश रखते हैं वैसा नहीं है, बल्कि सब्जी काटने वाला चाकू है। इससे पुलिस को यह तो साफ है कि हत्या करने वाला कोई पेशेवर नहीं है। हॉकर्स जोन में सब्जी के ठेले लगते हैं। वहीं से यह चाकू आया है और हत्या की गई है। हत्या आरोपी भी उसी सब्जी व्यवसाय से जुड़े हो सकते हैं। पर इतनी बेरहमी से हत्या की गई है उससे मामला अवैध संबंध की ओर जा रहा है।परिजन ने पुलिस को बताया कि गणेश का विवाह नहीं हुआ था और इलेक्ट्रीशियन का काम करता था। साथ ही बताया कि वह शराब पीने का आदी था। इसका पता चलते ही पुलिस ने मंगलवार रात उसके साथ शराब पीने वालों की जानकारी जुटाई तो पता चला कि आखिरी बार महेन्द्र नामक युवक के साथ देखा गया था। इसका पता चलते ही पुलिस ने पूछताछ के लिए महेन्द्र को थाने बुलवा लिया है।
छह माह पहले बेचा था मकान
पुलिस जांच में पता चला है कि छह माह पूर्व एक मकान दस लाख रुपए में बेचा था। करीब छह लाख रुपए का उसने इलेक्ट्रिक का सामान खरीदा था और कुछ पैसा उधारी पर भी बांटा है। यह उधारी उसी सब्जी मार्केट में दी थी जहां उसका शव मिला है। पुलिस इस ब्याज के धंधे के एंगल पर भी छानबीन कर रही है