वेंकैया ने राज्यसभा सांसदों का निलंबन रद्द करने से इनकार किया, विपक्ष का सदन से वॉकआउट

संसद का विंटर सेशन भी काफी हंगामेदार है। दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही राज्यसभा सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। वहीं, राज्यसभा में भी विपक्ष ने इस मामले को काफी जोर-शोर से उठाया।
दरअसल, राज्यसभा से निलंबित किए गए 12 सांसदों के मामले पर विपक्ष भड़का हुआ है। इन सांसदों को संसद के मानसून सत्र में मार्शलों के साथ बदसलूकी करने के आरोप में निलंबित किया गया है।वहीं, राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह निलंबन का फैसला संवैधानिक है और इसे वापस नहीं लिया जाएगा। नायडू की इस घोषणा के बाद विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में निलंबन को लेकर विपक्षी नेता एक और बैठक कर रहे हैं।सरकार का कहना है कि निलंबित किए गए सांसदों को मापी मांगनी चाहिए। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “कल भी हमने उनसे कहा कि आप लोग माफी मांग लीजिए, खेद जाहिर कीजिए। लेकिन उन्होंने इसे खारिज कर दिया, साफ इनकार किया। इसलिए मजबूरी में हमें ये फैसला लेना पड़ा। उन्हें सदन में माफी मांगनी चाहिए।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि किस बात की माफी? संसद में जनता की बात उठाने की? बिलकुल नहीं! वहीं, अधीरंजन चौधरी ने कहा कि रेट्रोस्पेक्टिव इफेक्ट चल रहा है। सरकार का ये नया तरीका है। हमें डराने का, धमकाने का, हमें जो अपनी बात रखने का अवसर मिलता है उसे छीनने का नया तरीका है। उन्होंने कहा, “यहां पर जमींदारी या राजा नहीं है कि हम बात-बात पर इनके पैर पकड़ें और माफी मांगे। ये जबरदस्ती क्यों माफी मंगवाना चाहते हैं। इसे हम बहुमत की बाहुबली कह सकते हैं। ये लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं।”कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा के लिए विपक्षी दलों ने आज बैठक की। उन्होंने कहा कि माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता। सांसदों को सदन के नियमों के खिलाफ निलंबित कर दिया गया। 12 सांसदों के निलंबन की कार्रवाई राज्यसभा में विपक्ष की आवाज का गला घोंटने जैसा है। खड़गे ने कहा कि जिस मुद्दे पर निलंबित किया गया है वो मुद्दा पिछले सत्र का है, शीतकालीन सत्र में इसे उठाकर निलंबन इसलिए किया गया है कि विपक्षी पार्टियों द्वारा उनकी पोल न खोल दी जाए।
PM मोदी की पार्टी के टॉप नेताओं के साथ बैठक
इस सेशन के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के टॉप नेताओं के साथ बैठक की। इस मीटिंग में राजनाथ सिंह, अमित शाह और नरेंद्र सिंह तोमर समेत कई मंत्री मौजूद रहे। इस दौरान संसद में सरकार की आगे की रणनीति को लेकर चर्चा हुई।