सरसंघचालक डा मोहन भागवत कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दिल्ली रवाना, प्रशासन ने ली राहत की सांस

ग्वालियर। तीन दिन के प्रवास के बाद सरसंघचालक डा मोहन भागवत रविवार की आधी रात को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ट्रेन से दिल्ली के रवाना हो गए। जिला प्रशासन व पुलिस ने संघ प्रमुख को ट्रेन में बिठाकर सुकुन की सांस ली। प्रशासन व पुलिस एक सप्ताह से हाइअलर्ट मोड पर था। संघ प्रमुख शुक्रवार की रात को ट्रेन से घोष शिविर में भाग लेने के लिए आए थे। संघ प्रमुख प्रवास शिवपुरी लिंक रोड पर था। हालांकि संघ प्रमुख की आंतरिक सुरक्षा का दायित्व स्वयं सेवकों ने स्वयं संभाल रखा था। घोष शिविर में भाग लेने के लिए 31 जिलों से आए घोष वादक भी सुबह उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपने गंतव्यों के लिए रवाना हो गए।
हाइवे के ढाबे बंद कर दिए थे- सुरक्षा की दृष्टि से केदारपुर धाम के आसपास के ढाबों को जिला प्रशासन व पुलिस ने बंद कर दिया था। पुलिस ने हाइवे पिछले तीन दिन तक सतत नजर रखी। लगभग आधा दर्जनभर हाइवे का ट्रैफिक भी पुलिस को संघ प्रमुख का काफिला निकालने के लिए रूकना पड़ा। संघ प्रमुख प्रवास के दौरान खुफिया एजेंसियां के प्रमुख अधिकारी ढेरा डाले हुए थे। संवेदनशील स्थानों व कार्यक्रम स्थल के आसपास के क्षेत्रों पर नजर रखे हुए थे। सूचनाएं भी एकत्रित की जा रही थी। हर पल की जानकारी से भोपाल को अपडेट कराया जा रहा था। संघ प्रमुख की सुरक्षा के लिए अन्य जिलों से आया बल व अधिकारी भी कुछ देर रात को अपने-अपने जिले के रवाना हो गए थे। शेष बचे अधिकारियों व जवानों ने विधिवत वीआइपी ड्यूटी से रवानगी ली है।