बोलेरो को बचाने के फेर में श्योपुर जा रही बस पलटी , हादसे में 7 यात्री घायल

मुरैना। तेज रफ्तार में जा रही बस के सामने अचानक बोलेरो कार आ गई। बोलेरो गाड़ी के बचाने के फेर में ड्राइवर ने बस को सड़क से नींचे उतारा तो ऐसा संतुलन बिगड़ा कि बस सड़क से नींचे उतर खंती में जा पलटी। सोमवार की सुबह यह हादसा सबलगढ़ तहसील के रामपहाड़ी गांव के समीप हुआ है। हादसे में 7 यात्री घायल होने की खबर है।
सबलगढ़ से श्योपुर जाने वाली बस क्रमांक एमपी 06 पी 1590 राेज की तरह सोमवार सुबह 7:50 बजे सबलगढ़ बस स्टैण्ड से श्योपुर के लिए रवाना हुई। इस में लगभग 35 सवारियां थीं। करीब आध घंटे की यात्रा के बाद बस जैसे ही नंदपुरा-रामपहाड़ी गांव के बीच पहुंची तो यहां संकरी सड़क और घुमावदार मोड़ पर अचानक से टेंटरा की ओर से एक बोलेरो तेज रफ्तार में आई। बोलेराे की रफ्तार देख बस ड्राइवर को हादसे का अंदेशा लगा और उसने तत्काल बस की स्टेयरिंग मोड़ दी। साइड लेने के फेर में बस सड़क से नीचे उतरती चली गई 10 से 12 फीट गहरी खंती में जा पलटी। बस के टायर ऊपर हो गए हो। गनीमत यह रही कि इस हादसे में जानमाल का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। 7 यात्रियों को हल्की चोटें हैं, जिन्हें उपचार के लिए सबलगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया है। सड़क किनारे पलटी इस बस के कारण ऐसी भगदड़ और आसपास के गांवों की भीड़ जुटी कि, करीब एक घंटे तक एमएस रोड पर भी यातायात बाधित हो गया है। पलटी हुई बस काे खंती से बाहर निकालने के लिए सबलगढ़ के जेसीबी मशीनें बुलाई गई हैं।बस का ड्राइवर और हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो सबलगढ़ से टेंटरा तक की रोड इतनी खराब है, कि इस पर वाहनों का साइड लेना खतरनाक साबित हो रहा है। इस सड़क के सोल्डर (किनारे) पर मिट्टी का भराव ठीक से नहीं हुआ, इस कारण भारी वाहनों के पहिए इसमें धंस रहे हैं। इस हादसे के प्रत्यक्षदर्शी रमन शर्मा, निवासी सबलगढ़ ने बताया कि मोड़ पर सामने से तेज रफ्तार में बोलेरो आई जिसे बचाने के लिए बस ड्राइवर ने बस को साइड से उतारा और साइड में उतरते ही सड़क के सोल्डर (किनारे) की मिट्टी धंस गई जिसमें बस का पहिया मिट्टी में धंसकर फंस गया और बस ने पलटी मार दी। नंदपुरा गांव के ग्रामीण सोबरन कुशवाह ने बताया कि इन सड़क किनारों पर आए दिन ट्रक व बस फंस रहे हैं। ऐसा इसलिए क्याेंकि सोल्डर की मिट्टी भराव के बाद उस पर रोड रोलर नहीं चलाया गया। इस समय खेतों में पानी भरा है इसलिए मिट्टी गीली होने से धंस रही है।