लखनऊ में महापंचायत :राकेश टिकैत बोले- अभी मसले बहुत, शहीद किसानों का स्मारक और MSP गारंटी कानून बने

राजधानी लखनऊ में किसानों की महापंचायत कुछ देर में शुरू होने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के ऐलान के बाद यह पहली महापंचायत है। इको गार्डन में भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत भी पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों के अलावा किसानों के अभी और कई मसले हैं। उन किसानों का क्या जो आंदोलन में शहीद हो गए। शहीद किसानों के लिए स्मारक बनवाया जाए। MSP गारंटी कानून बने और गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त किया जाए। सरकार से टेबल पर बैठकर बातचीत के बाद ही घर वापसी होगी।
मोर्चा से जुड़े नेताओं की दलील है कि शीत कालीन सत्र में बिल रद्द होने का वह लोग इंतजार करेंगे। लखनऊ की महापंचायत के साथ मोर्चा के लोग सरकार पर इसको लेकर और ज्यादा दबाव बनाने की तैयारी कर रहे हैं।राकेश टिकैत ने कहा कि एक साल में जितने भी घटनाक्रम हुए उन पर सरकार बात करे और एक स्पष्ट पत्र जारी करे। ये आज देश की संपत्ति, मंडियों की जमीनों को बेच रहे हैं, उस पर कौन बात करेगा। तीन कानून से अलग हट कर और भी कई सवाल हैं। ये आंदोलन एक साल से चल रहा है। ये आंदोलन सिर्फ तीन कृषि कानून पर नहीं है, इसके साथ MSP और बिजली अमेंडमेंट बिल भी है। जब तक बातचीत नहीं होगी तब तक किसान वापस नहीं जाएगा।बताया जा रहा है कि इस आंदोलन में अब तक छोटे-बड़े दौ सौ से ज्यादा किसान संगठन शामिल होंगे। सभी लोग संयुक्त किसान मोर्चा के तहत एक मंच पर आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि रैली में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड समेत कई राज्यों के लोग शामिल होने के लिए आ रहे हैं।