भगवान विष्णु ने मछली रूप रखकर किया शंखासुर का वध, गाजे बाजे के साथ निकाली भगवान की पालकी यात्रा

ग्वालियर।श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर जनक गंज द्वारा बनाए जा रहे वार्षिक उत्सव मैं शुक्रवार को मत्स्य अवतार की झांकी के दर्शन कर भक्तो ने अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना की.
गौरतलब है कि श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में मनाए जा रहे वार्षिक उत्सव की कड़ी में आज भगवान विष्णु 10 अवतारों में से एक मत्स्य अवतार की को दर्शाया गया जिसमें केले के पेड़ से बनाए गए मखर सिंहासन तैयार किया गया यह सिंहासन परिवार के सभी सदस्यों के सहयोग से प्रतिवर्ष बनाया जाता है जिसमें गोटे के फूल पाइपिन और सफेद और गोल्डन गोटे के फूल लगाकर तैयार किया जाता है जिस पर भगवान विष्णु मछली के पेट से निकलकर शंखासुर का वध करते है भक्तों को दर्शन देते हैं पुरानी कथाओं में बताया गया है कि शंखासुर राक्षस जब अपने आप को पराजित होता देखता है तो वह समुद्र में जाकर एक शंख में छुप जाता है जिससे कि उसको कोई ढूंढ ना पाए जिस पर भगवान ने एक छोटी सी मछली का रूप धारण कर उसको राक्षस को ढूंढ कर शंखासुर का वध करके विजय प्राप्ति हुई जिसको मत्स्य अवतार कहा जाता है भगवान के इस रूप के दर्शन साय काल 7:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक भक्तों भक्तों ने कर प्रसाद ग्रहण किया.