कृषि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समाराेह में राज्यपाल ने 8 विद्यार्थियों को दिए स्वर्ण पदक , कृषि मंत्री बाेले-मेरे पास 200 एकड़ जमीन, फिर भी नहीं मिला लाेन

ग्वालियर । प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा कि मेरे पास 200 एकड़ जमीन थी। राजनीति में सेवा कार्य करने के दाैरान मैने व्यापार करना चाहा था। इसके लिए मैं बैंक में पहुंचा और कहा कि मैं अपनी जमीन गिरवी रखकर बिजनेस के लिए लाेन लेना चाहता हूं। इस बैंक मैनेजर ने विनम्रता से यह कहते हुए मना कर दिया कि हमारे पास ऐसा काेई नियम नहीं है कि आपकी जमीन पर बिजनेस के लिए आपकाे ऋण दे सकें। जबकि उद्याेगपति लाेग बैंक में जाकर आसानी से ऋण ले लेते हैं। जब प्रदेश में शिवराज सिंह चाैहान की सरकार बनी और मुझे मंत्रालय में जगह मिली ताे हमने कृषि सुधार की दिशा में कई प्रयास किए। जिसका लाभ अब किसानाें काे मिल रहा है।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने यह बात ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में आयाेजित सप्तम दीक्षांत समाराेह के अवसर पर कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल एवं कुलाधिपति मंगुभाई पटेल ने की। राज्यपाल भारतीय वस्त्राें से सजी-धजी शाेभायात्रा के साथ समाराेह स्थल पर पहुंचे थे। जबकि विशेष अतिथि के रूप में उद्यानिकी व खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह भी माैजूद थे। समारोह स्थल पर आगमन पर राज्यपाल का कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एसके राव ने स्वागत किया। दीक्षांत समारोह में 8 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। इनमें स्नातक के 4 एवं स्नातकोत्तर व पीएचडी के 2-2 विद्यार्थी शामिल हैं। इसके अलाव आधा दर्जन विद्यार्थियों को सिरताज बहादुर सिन्हा स्मृति नगद पुरस्कार भी दिया जाएगा।दीक्षांत समारोह में 1 मई 2019 से 30 अप्रैल 2021 के बीच पढ़ाई पूरी करने वाले विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की जाएंगी। इनमें स्नातक के 600, स्नातकोत्तर के 374 एवं पीएचडी के 33 विद्यार्थियों सहित कुल 1007 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की जाएगी।