केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा- प्रदूषण कम करने हम कम्पलीट लॉकडाउन के लिए तैयार

दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल करके बताया कि प्रदूषण को रोकने के लिए वे संपूर्ण लॉकडाउन जैसे कदम उठाने को पूरी तरह तैयार हैं। साथ में सरकार ने यह भी कहा है कि ऐसे कदमों से सिर्फ कुछ समय का असर पड़ेगा। केजरीवाल सरकार ने बताया कि दिल्ली के साथ NCR क्षेत्र में भी लॉकडाउन लगाने की जरूरत है, तभी ऐसे कदमों का असर पड़ेगा। वहीं, केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि दिल्ली और उत्तरी राज्यों में वर्तमान में पराली जलाना प्रदूषण का प्रमुख कारण नहीं है क्योंकि यह प्रदूषण में केवल 10% योगदान देता है।
दिल्ली की एयर क्वालिटी में रविवार को कुछ सुधार आया। शनिवार को AQI 437 था, जबकि रविवार का 24 घंटे का औसत AQI 330 रहा। एयर क्वालिटी ट्रैक करने वाली वेबसाइट सफर का दावा है कि हवा की गुणवत्ता में यह सुधार हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने की गतिविधियों में गिरावट आने के बाद हुआ है। शुक्रवार को AQI 471 था, जो इस मौसम में अब तक का सबसे खराब था। सफर ने यह भी बताया कि 16 नवंबर की रात से प्रदूषण बढ़ने की आशंका है।
दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि वे आज सुप्रीम कोर्ट में प्रदूषण को और कम करने के लिए लॉकडाउन का प्रपोजल पेश करने वाले हैं। नई दिल्ली के पास के शहर गजियाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स 331, गुरुग्राम में 287, नोएडा में 321, फरीदाबाद में 298 और ग्रेटर नोएडा में 310 है।
रविवार को कम जलाई गई पराली
सफर ने दावा किया कि रविवार को दिल्ली में पीएम 2.5 पॉल्यूशन में पराली जलाए जाने की हिस्सेदारी 12 फीसदी थी, शनिवार को इसकी हिस्सेदारी 31 फीसदी रही। 4 नवंबर से 13 नवंबर के बीच दिल्ली के एयर पॉल्यूशन में पराली जलने से होने वाला प्रदूषण की हिस्सेदारी 25 से 28 फीसदी थी।
16-17 नवंबर से बिगड़ सकती है हवा की गुणवत्ता
अगले दो दिनों में अगर पराली जलाने की गतिविधियों में इजाफा नहीं हाेता है तो दिल्ली की एयर क्वालिटी और बेहतर हो पाएगी। 16 नवंबर की रात से एयर क्वालिटी खराब होने की आशंका है। ऐसा इसलिए, क्योंकि हवा का बहाव रुक सकता है। 17 नवंबर को हवा गुणवत्ता के बहुत खराब कैटेगरी में होने की आशंका है।