डेंगू काे जड़ से खत्म करने अधिकारी तैयार करें ड्रॉफ्ट, हाईकोर्ट ने दिए निर्देश

ग्वालियर । हाई कोर्ट की युगल पीठ में आज जेएएच अधीक्षक डा आरकेएस धाकड़ एवं सीएमएचओ डा मनीष शर्मा व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हुए। हाईकाेर्ट ने दाेनाें अधिकारियाें काे निर्देश दिए हैं कि वह कलेक्टर और निगमायुक्त के साथ मिलकर ड्राफ्ट तैयार करके बताएं कि डेंगू काे जड़ से कैसे खत्म किया जा सकता है। इसकी रिपाेर्ट 17 दिसंबर काे पेश करें।
दरअसल अधिवक्ता अवधेश भदाैरिया की अवमानना याचिका पर सुनवाई के दाैरान हाईकाेर्ट ने शहर में बढ़ रहे डेंगू मरीजाें काे लेकर चिंता जाहिर की थी। साथ ही इस मामले में जेएएच अधीक्षक एवं सीएमएचओ काे व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हाेने के निर्देश दिए थे। इसके चलते दाेनाें अधिकारी आज हाईकाेर्ट में उपस्थित हुए थे। अधिवक्ता अवधेश सिंह भदौरिया ने 2019 में फैले डेंगू व मलेरिया को लेकर जनहित याचिका दायर की थी। हाई कोर्ट ने 2019 में डेंगू को गंभीरता से लिया था।10 दिशा निर्देशों के साथ याचिका का निराकरण कर दिया, लेकिन उस आदेश के पालन में कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस साल फिर से डेंगू फैल गया है। बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं और मौतों के मामले भी सामने आ रहे हैं। बीते सालों की तुलना में इस साल डेंगू ज्यादा खतरनाक है। आदेश का पालन नहीं करने पर भदौरिया ने अवमानना याचिका दायर की है। याचिकाकर्ता का कहना है कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ग्वालियर शहर में डेंगू बीमारी एक महामारी का रूप ले चुकी है। जिसके चलते अभी तक करीब 2000 व्यक्ति डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। ज्यादातर बच्चे इस महामारी का शिकार हो रहे हैं और लगातार मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। अधिकारी, शासन प्रशासन द्वारा डेंगू को रोकने के संबंध में कोई उपाय नहीं किए गए और न ही डेंगू के उपचार के लिए उचित व्यवस्था की गई। बारिश के बाद शहर में डेंगू का मच्छर पनप गया है। नगर निगम भी इसको लेकर गंभीर नहीं है। फोगिंग व दवाइयों का छिड़काव नहीं किया जा रहा है।