धर्मपुरा गांव में भीड़ द्वारा दो बदमाशों की हत्या के दो दिन बाद भी दहशत बरकरार

ग्वालियर. गिजोर्रा के धर्मपुरा गांव में भीड़ द्वारा दो बदमाशों की हत्या के दो दिन बाद भी दहशत बरकरार है। गांव की सड़कें दिन भर सूनी रहती हैं। सिर्फ सुबह-सुबह गांव की महिलाएं पानी भरने निकलती हैं। बदमाशों के साथी, समाज के लोग कभी हमला कर सकते हैं, इस आशंका के चलते गांव के 70 फीसदी मकानों पर ताले लटके हुए हैं। कुछ घरों में महिलाएं और बच्चे ही रह रहे है।हमले की आशंका को ध्यान में रखते हुए पुलिस भी यहां तैनात है। प्रेम प्रसंग से उठे इस विवाद में दो बदमाशों की हत्या के बाद से लगातार इलाके में तनाव है। पुलिस ने हत्या और हत्या के प्रयास के मामले दर्ज किए हैं। पुलिस को दोनों मामलों में आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। गांव के लोग दो दिन बाद भी उस दिन की घटना को ध्यान करते हुए सहम जाते हैं।
ग्वालियर के डबरा सर्कल के गिजोर्रा थाना स्थित धर्मपुरा गांव निवासी राजेन्द्र सिंह बघेल की एक महिला सदस्य का फोटो गांव के ही चन्द्रभान सिंह पुत्र धनीराम कुशवाह के मोबाइल में मिलने के बाद गांव में तनाव शुरू हुआ। इसमें राजेन्द्र बघेल के संबंध अपनी ही समाज के 10 हजार रुपए इनामी बदमाश लाखन गड़रिया, राजपाल बघेल, गजेन्द्र बघेल से थे। धनतेरस के दिन राजेन्द्र के इशारे पर लाखन गैंग ने चन्द्रभान कुशवाह पर हमला किया था। उसे बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा था। इसके बाद इस मामले में 8 नवंबर सुबह 10 बजे धर्मपुरा गांव में पंचायत चल रही थी। तीन गांव के लोग यहां मौजूद थे। पंचायत ने दोनों पक्षों पर फैसला सुनाते हुए 10-10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया था। पर इसी समय राजेन्द्र के इशारे पर दो बाइक पर सवार होकर चार बदमाश वहां पहुंचे। जिसमें पुलिस को कई बार पीट चुका इनामी बदमाश लाखन गड़रिया ने अपने साथी राजपाल बघेल और गजेन्द्र बघेल के साथ पंचायत में आते ही गोलीबारी शुरू कर दी। 10 से 12 गोलियां चलाईं। कई लोगों को कट्टे व बंदूक के बट से पीटा। इस पर वहां करीब एक सैकड़ा लोग आक्रोशित हो गए। लोगों ने बदमाश लाखन और राजपाल को घेरकर हत्या कर दी। उनके दो साथी भागने में सफल रहे थे। इसमें पुलिस ने हत्या और हत्या के प्रयास के मामले दर्ज किए हैं।भीड़ द्वारा बदमाशों की हत्या के बाद से धर्मपुरा गांव में दहशत है। गांव में कुल 30 परिवार रहते हैं। इनमें से 20 परिवार बघेल समाज के हैं। 6 परिवार कुशवाह समाज व 4 अन्य समाजों के हैं। ऐसे में वहां सभी को डर है कि बदमाशों के साथी या समाज के लोग हत्याकांड के विरोध में वापस हमला न कर दें। इसके के लिए वहां से 70 फीसदी परिवार घरों पर ताले लगाकर गायब हो गए हैं। बाहर ताले लटके हैं। कुछ घरों में महिलाएं और बच्चे भी हैं। दहशत के चलते पुलिस भी वहां तैनात है। हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।