रेलवे ने लदान में दर्ज की 21% की वृद्धि:उत्तर मध्य रेलवे ने 1065 करोड़ आय के साथ राजस्व में हुई 15.41% की वृद्धि

अक्टूबर माह के अंत तक, उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले साल की समान अवधि की तुलना में अपने प्रारंभिक माल लदान में 20.94 % की वृद्धि दर्ज की। राजस्व आय की दृष्टि से इसी अवधि में 15.41 % की वृद्धि दर्ज की गई है। इस साल अप्रैल से अक्टूबर की अवधि के दौरान कुल 10.49 मिलियन टन लदान किया, जबकि पिछले वर्ष समान अवधि के दौरान 8.678 मिलियन टन का लदान किया गया था। इस अवधि के दौरान इस आउटवर्ड लोडिंग से 1064.97 करोड़ रुपए राजस्व अर्जित किया गया। चालू वित्त वर्ष में किसी भी महीने की सबसे अच्छी लोडिंग करते हुए अक्टूबर में 1.67 मिलियन टन माल लदान किया गया। इस महीने में ही उत्तर मध्य रेलवे द्वारा लगभग 173.2 करोड़ रुपये का कुल राजस्व अर्जित किया गया है।
कंटेनर और रेकों की लोडिंग में हुई वृद्धि
उत्तरमध्य रेलवे ने कंटेनर लोडिंग में भी 17.9% की वृद्धि दर्ज की गई। पिछले साल के 1.34 मिलियन टन कंटेनर ट्रैफिक की तुलना में इस साल अप्रैल से अक्टूबर के दौरान 1.58 मिलियन टन कार्गो लोड किया गया था। 2020-21 में 98 रेकों की लोडिंग है। जिससे 39.86 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। चालू वित्त वर्ष में, एसटीएस योजना के तहत 35 रेकों को लोड किया गया है। उत्तर मध्य रेलवे को अब तक रुपये 14.54 करोड़ की मूल आय हुई है। प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक एम.एन. ओझा ने बताया कि इस अक्टूबर में बाद रिफाइनरी से पीओएल के 156 रेकों की रिकार्ड लोडिंग की गई है। यह मार्च 2020 के महीने में लोड किए गए पिछले सर्वश्रेष्ठ 153 रेक की लोडिंग से भी बेहतर है।
कानपुर और पनकी में लोडिंग में दिये सुधार कर निर्देश
महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने हालांकि पनकी, कानपुर और मालनपुर से कंटेनर लोडिंग मे सुधार के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि, लोडिंग को और बेहतर करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।