आतिशबाजी के कारण मध्यप्रदेश में हवा हुई खराब ,सबसे ज्यादा प्रदूषण ग्वालियर में रिकॉर्ड

भोपाल।दीपावली की आतिशबाजी के कारण मध्यप्रदेश में कुछ शहरों की हवा खराब हो गई। यहां पर प्रदूषण का स्तर 250 के पास पहुंच गया। सबसे ज्यादा प्रदूषण 257 ग्वालियर में रिकॉर्ड किया गया, जबकि जबलपुर में 247 और भोपाल में 246 रहा। बीते सात दिन की बात की जाए तो इंदौर में भी प्रदूषण का स्तर 143 से बढ़कर 192 तक पहुंच गया। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की चेतावनी के बाद ग्वालियर और सिंगरौली में पटाखों जलाने पर रोक लगाई थी। प्रदेश में सिर्फ ग्रीन पटाखे जलाने के आदेश दिए गए थे, उसके बाद भी प्रदेश में प्रदूषण पिछले साल की तरह ही रहा। यह रिकॉर्ड नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़ों के अनुसार है।
MP के 15 शहर में कंप्यूटरीकृत सिस्टम
केंद्र सरकार ने देश के प्रमुख शहरों में प्रदूषण पर नजर रखने के लिए आधुनिक कंप्यूटरीकृत सिस्टम लगाए हैं। यह हर सेकंड की जानकारी ऑनलाइन फीड करती है। प्रदेश में यह सिस्टम 15 शहरों में लगाए गए हैं। भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, सागर, दमोह, कटनी, पीथमपुर, सतना, मैहर सिंगरौली देवास, मंडीदीप, रतलाम और उज्जैन में लगा है।
यह रही शहरों की स्थिति
शहर | प्रदूषण 2021 | 7 दिन पहले प्रदूषण |
ग्वालियर | 253 | 260 |
जबलपुर | 247 | 150 |
भोपाल | 246 | 159 |
उज्जैन | 222 | 131 |
इंदौर | 192 | 143 |
पीथमपुर | 189 | 134 |
मंडीदीप | 177 | 180 |
सिंगरौली | 175 | 198 |
रतलाम | 156 | 136 |
देवास | 115 | 59 |
सागर | 46 | 67 |
सतना | 89 | 75 |
ऐसे बढ़ता चला गया प्रदूषण
प्रशासन ने जनता को ग्रीन पटाखे जलाने के लिए प्रेरित किया। इससे पहले प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने शासन को पत्र लिखकर कई शहरों में पटाखे जलाने पर रोक लगाने और शहर में पटाखे जलाने के लिए समय निर्धारित का अनुरोध किया था। इसके बाद बाद जिला प्रशासन द्वारा नई गाइड लाइन भी जारी की गई थी। हालांकि उसका असर दिखता नजर नहीं आया। दीपावली की शाम 6 बजे से शुरू हुई आतिशबाजी देर रात तक चलती रही। इस कारण रात 10 बजे से प्रदूषण का स्तर बढ़ना शुरू हुआ। कई जगह तो यह रात 2 बजे तक 500 को पार कर गया था। हालांकि सुबह 6 बजे के बाद यह घटना शुरू हुआ।