भरण पोषण के 3.41 लाख रुपए बैंक में जमा नही कराते हुए नाजिर ने हड़पे, fir

ग्वालियर . कोर्ट के एक कर्मचारी ने कोर्ट के साथ ही धोखाधड़ी की है। भरण पोषण के लिए जमा हुई रकम को बैंक में जमा न कराते हुए खुर्दबुर्द किया है। जब बैंक की रसीद मांगी तो फर्जी सील सिक्के लगाकर रसीद जमा करा दी गई। घटना 22 सितंबर 2021 से 2 अक्टूबर के बीच की है। जब बैंक खातों में जमा रकम में अंतर आया तो मामले की पड़ताल की। जमा की रसीद से मिलान किया तो फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है। इस मामले में मंगलवार को कुटुम्ब न्यायालय की ओर से एक अन्य कर्मचारी ने मामले की शिकायत की है। जिस पर पुलिस ने रुपए की हेराफेरी करने वाले नाजिर पर मामला दर्ज कर लिया है। अभी उसकी तलाश की जा रही है।
शहर के थाटीपुर स्थित कुटुम्ब न्यायालय (फैमिली कोर्ट) के उप प्रशासनिक अधिकारी हरिसिंह सोनी ने शिकायत की है कि न्यायालय में नाजिर रामकुमार पुरवरिया नजारत अनुभाग में पदस्थ है और न्यायालय में पक्षकारों को मिलने वाली धनराशि को बैंक में जमा कराते हैं। विगत सितम्बर माह से उनके द्वारा जमा कराई गई राशि में काफी अंतर मिला था। तब इसकी जांच की गई तो पता चला कि उन्होंने करीब 3 लाख 41 हजार 500 रुपए का हेरफेर किया हैा। इसका पता चलते ही पुलिस से शिकायत की। शिकायत पर पुलिस ने नाजिर के खिलाफ गबन का मामला दर्ज कर लिया है।जब जांच की गई तो पता लगा कि यह पूरी रकम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य ब्रांच जीवाजी चौक बाड़ा में जमा करानी थी। पर वहां कराई नहीं गई। साथ ही इसकी फर्जी रसीद सील सिक्के लगाकर जमा करते रहे। जब बैंक में यह रसीद दिखाईं तो पता लगा कि यह सील और रसीद दोनों फर्जी हैं। इसके बाद ही थाना में मामला दर्ज करने के लिए शिकायत की गई है।
महिलाओं के भरण पोषण का था रुपया
– आरोपी नाजिर राजकुमार पुरवरिया ने कोर्ट को धोखा देकर जो रकम 3.41 लाख रुपए हड़पे हैं। असल में कोर्ट में आने वाली परेशान व पति से प्रताड़ित महिलाओं के भरण पोषण के थे। जिनको उसने खुर्दबुर्द कर दिया। इस मामले में थाना प्रभारी विश्वविद्यालय आनंद वाजपेयी ने बताया कि उप प्रशासनिक अधिकारी की शिकायत पर गबन का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। जांच में जो भी वैधानिक तथ्य आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।