मध्य प्रदेश में बिजली कर्मियों की बेमियादी हड़ताल शुरू, ठप हो सकती है बिजली आपूर्ति

भोपाल । मध्य प्रदेश में सोमवार सुबह से 35 हजार बिजली कर्मियों ने हड़ताल शुरू करने का दावा किया है। इनमें कंपनी के अधिकारी, इंजीनियर, कर्मचारी और संविदा कर्मी शामिल है। ये किसी स्थान पर एकत्रित नहीं हुए हैं बल्कि दफ्तरों में काम करने नहीं पहुंचे हैं। ये घरों में रहकर ही हड़ताल कर रहे हैं। यूनाइटेड फोरम समेत अन्य संगठनों के दावे के अनुरूप यदि हड़ताल जारी रही तो शाम तक राजधानी भोपाल समेत कई शहरों में आपूर्ति व्यवस्था बिगड़नी तय है, ऐसा हुआ तो दीपावली पूर्व व्यापारी व उपभोक्ताओं को परेशानियां होंगी। हड़ताल की वजह दीपावली पूर्व महंगाई भत्ता, वेतन वृद्धि के एरियर की राशि का लाभ नहीं देना और पूर्व से लंबित मांगों का निराकरण नहीं करना बताया गया है।
यूनाइटेड फोरम के संयोजक वीकेएस परिहार ने सोमवार सुबह हड़ताल के शुरू होने की पुष्टि की है। इसके अलावा दूसरे कर्मचारी संगठनों ने भी कहा है कि वे हड़ताल पर हैं। वीकेएस परिहार का कहा है कि हड़ताल शुरू कर दी है। जब तक मांगे नहीं मानी जाएगी, तब तक हड़ताल पर ही रहेंगे। कोई भी अधिकारी, अभियंता, संविदा कर्मचारी और नियमित कर्मचारी काम पर नहीं जाएंगे। घरों में रहकर ही हड़ताल करेंगे। आपूर्ति बाधित होती है तो इसकी जवाबदारी ऊर्जा विभाग और बिजली कंपनियों की होगी। पूर्व से सभी को हड़ताल की सूचना दे दी गई थी।
फोरम ने हड़ताल की यह वजह भी बताई
– बिजली कंपनियों में हजारों इंजीनियर वरिष्ठता हासिल कर चुके हैं, उनकी पदोन्नति नहीं हो रही है। वे बिना पदोन्नति के सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
– संविदाकर्मियों को काम करते हुए न्यूनतम सात वर्ष और अधिकतम 15 वर्ष हो चुके हैं। इन्हें नियमित नहीं किया जा रहा है।
– बिजली कंपनियों के प्रमुख पदों पर अभी तक विभाग के ही मैदानी व अनुभवी अधिकारियों को रखा जाता था जिनके स्थान पर राज्य प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारियों को रखने की शुरूआत की है।