Now Reading
शिवराज का आश्वासन ,किसान चिंता न करें मिलेगा खाद

शिवराज का आश्वासन ,किसान चिंता न करें मिलेगा खाद

किसान भाई परेशान न हो, खाद उपलब्ध कराई जाएगी – मुख्यमंत्री श्री चौहान । प्रदेश के विभिन्न स्थान पर 32 अतिरिक्त रैक 30 अक्टूबर तक पहुँचेंगे । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री मांडविया से फोन पर चर्चा । खाद की कालाबाजारी पर सख्त कार्रवाई के निर्देंश ।  एन.पी.के. और सुपर फास्फेट का उपयोग करने की अपील

ग्वालियर / मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश की आवश्यकता के अनुसार डी.ए.पी., यूरिया, एन.पी.के. की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी, किसान भाई परेशान न हों। खाद की कमी की मानसिकता छोड़ें, चिंता न करें, समय-समय पर आवश्यक मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जाएगी। प्रदेश के विभिन्न स्थान पर 32 अतिरिक्त रैक 30 अक्टूबर तक पहुँचेंगे। यह यूरिया किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। नवम्बर में खाद की आपूर्ति के लिए भारत सरकार से चर्चा की है। प्रदेश की आवश्यकता के अनुसार हमें खाद निश्चित रूप से मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास पर प्रदेश में खाद की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री शैलेन्द्र सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री अजीत केसरी तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पिछले वर्ष अक्टूबर के अंत तक 3 लाख 48 हजार मीट्रिक टन यूरिया किसान भाई-बहनों द्वारा उठाया गया था। इस साल 3 लाख 18 हजार मीट्रिक टन उठा लिया गया है। बाकी शेष बची मात्रा भी इस माह के अंत तक उपलब्ध करा दी जाएगी। गत वर्ष अक्टूबर माह के अंत तक 2 लाख 78 हजार मीट्रिक टन यूरिया किसान द्वारा खरीदा गया था। इस साल 2 लाख 31 हजार मीट्रिक टन यूरिया किसान भाई-बहन खरीद चुके हैं और बची हुई शेष मात्रा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एन.पी.के. भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसान भाइयों से आवश्यकता पड़ने पर एन.पी.के. और सुपर फास्फेट का उपयोग करने की अपील भी की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि जिलों में किसी भी स्थिति में खाद की कालाबाजारी न हो तथा न्यायपूर्ण वितरण व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में खाद की आपूर्ति के संबंध में केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री मनसुख मांडविया से फोन पर चर्चा की।

View Comments (0)

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Scroll To Top