चंबल में 672 डकैतों को सरेंडर कराने वाले डॉक्टर एसएन सुब्बाराव नहीं रहे, जयपुर में ली अंतिम सांस

मध्यप्रदेश के मुरैना के प्रख्यात गांधीवादी विचारक डॉक्टर एसएन सुब्बाराव का जयपुर में सुबह 6 बजे निधन हो गया। चंबल को दस्यु मुक्त करने में एसएन सुब्बाराव का बड़ा योगदान है। उन्होंने 672 डकैतों काे समर्पण कराया था। सुब्बाराव ने जौरा में गांधी आश्रम की स्थापना की थी। उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था।
एसएन सुब्बाराव का पार्थिव शरीर दोपहर 12 बजे जयपुर से मुरैना लाया जाएगा। शाम को 5 बजे मुरैना बैरियर चौराहे पर पहुंचेगा। इसके बाद जौरा स्थित गांधी आश्रम में ले जाया जाएगा। वहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। एसएन सुब्बाराव की मुख्य कर्म भूमि मुरैना रही है। यहां उन्होंने 1970 के दशक में 672 डाकुओं का सरेंडर कराया था। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन के सहभागी रहे स्वतंत्रता सेनानी व प्रख्यात गांधीवादी चिंतक एवं विचारक पदमश्री डॉ. एसएन सुब्बराव, जिनको ‘भाई जी’ के नाम से जाना जाता है, हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने शनिवार को सवाई मानसिंह चिकित्सालय जाकर वहां भर्ती प्रसिद्ध गांधीवादी विचारक डॉ. एस एन सुब्बराव से मुलाकात की एवं उनकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने वहां मौजूद चिकित्सकों से डॉ. सुब्बाराव के इलाज के बारे में जानकारी ली थी।