अधेड़ ने जहर खाकर खुदकुशी की,घटना गोला का मंदिर चौराहे की

ग्वालियर । मंदिर जाने की कहकर निकले एक अधेड़ ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली। घटना गोला का मंदिर चौराहे की है। घटना का पता उस समय चला जब जब अधेड़ अचानक गिरा और मुंह से झाग आने लगा तो वहां पर मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई थी। पुलिस की तलाशी में एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने पडोसियों की पिटाई और बेइज्जती की वजह से आत्महत्या की बात कही है।
गोला का मंदिर थाना प्रभारी विनय शर्मा ने बताया कि रात करीब 11 बजे एक अधेड़ गोला का मंदिर चौराहे पर खड़ा था। अचानक वह गिरा और उसके मुंह से झाग आने लगा। मामले का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच की तो पता चला कि अधेड़ की मौत हो चुकी है। मृतक की तलाशी ली तो उसकी पहचान पड़ाव के लक्ष्मणपुरा निवासी बालकिशन शाक्य (55) पुत्र नाथूराम शाक्य के रूप में हुई। इसका पता चलते ही मृतक के परिजनों को सूचना दी। सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और जांच के बाद उनकी शिनाख्त की।
शीतला दर्शन की कहकर निकला था
मृतक के परिजन ने बताया कि बालकिशन शाक्य ड्राइवर है और सुबह घर से शीतला माता मंदिर के दर्शन की कहकर निकला था। इसके बाद वह वापस नहीं आया। वापस ना आने पर उनकी तलाश की, लेकिन पता नहीं चला तो शाम को उनकी लापता होने की शिकायत पड़ाव थाने में की। जिस पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की है।
पड़ोसी से परेशान होकर दे रहा हूं जान
मृतक के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने पड़ोस में रहने वाले चार युवकों पर जबरन मकान खाली करने के लिए मारपीट करने तथा परेशान करना बताया है। उसने लिखा है हेमंत, मनोज और उनके दो साथी कभी भी आकर मारपीट करते हैं। सड़क पर धमकाते हैं। जिस कारण मेरी बेइज्जती होती है। साथ ही लिखा है कि उनकी प्रताड़ना से तंग आकर ही मैं जान दे रहा हूं। अब पुलिस पता लगा रही है कि यह मकान का विवाद क्या है और यह हेमंत और मनोज कौन हैं।