मां-बेटे ने ट्रांसपोर्ट कारोबारी को 35 लाख रुपए का चूना लगाया, पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

ग्वालियर । एक मां-बेटे ने ट्रांसपोर्ट कारोबारी को 35 लाख रुपए का चूना लगाया है। मां-बेटे ने कारोबारी को ट्रांसपोर्ट नगर में एक गोदाम बेचने के लिए डील कर एडवांस में 35 लाख रुपए लिए थे। बाद में कारोबारी को पता लगा कि जो गोदाम से उसे बेचने एग्रीमेंट किया है वह पहले से ही बैंक में गिरवी है। मां-बेटे उस पर 1.75 करोड़ रुपए का लोन निकाल चुके हैं। मामले का खुलासा तब हुआ जब बार-बार कहने पर भी मां-बेटे ने रजिस्ट्री नहीं की। इसके बाद कारोबारी ने पता किया तो गोदाम के पहले से गिरवी रखे होने का पता लगा। मामले की शिकायत बहोड़ापुर थाना में की गई है। पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर लिया है।
शहर के कांटे साहब का बाग निवासी फरियादी पुरेन्द्र सिंह यादव ने पुलिस को बताया कि वह ट्रांसपोर्ट का कारोबार करते हैं विनय नगर सेक्टर 2 में रहने वाली शशि अरोरा और उनके बेटे पवन अरोरा से उनकी पुरानी पहचान है, क्योंकि शशि के पति अशोक अरोरा भी ट्रेवल्स एजेंसी के संचालक थे। उनका कल्पना ट्रेवल्स के नाम से बस का कारोबार था। करीब 5 साल पहले अरोरा ने उनसे कहा था की उनका यातायात नगर में गोदाम है। उसे बेचना चाहते हैं। उनसे पहचान होने की वजह से भरोसा था और एग्रीमेंट कर लिया। एग्रीमेंट के समय 35 लाख रुपए दिए। जिसमें 28 लाख रुपए ONLINE पैमेंट किया। 7 लाख रुपए नकद दिए। एग्रीमेंट के दौरान तय हुआ कि शशि और पवन 6 महीने के बाद गोदाम की रजिस्ट्री उनके नाम करेंगे। जब रजिस्ट्री का समय आया तो वह टालते रहे। बार-बार कहने पर भी उन्हाेंने रजिस्ट्री नहीं की। जब शक हुआ तो फरियादी ने अपने स्तर पर जांच की।
सहकारी बैंक में गिरवी मिला गोदाम
जब जानकारी जुटाई तो पता चला कि शशि और पवन ने इस गोदाम को नागरिक सहकारी बैंक की सिटी सेंटर शाखा में गिरवी रखकर 1 करोड़ 75 लाख रुपए का कर्जा लिया है और गोदाम बैंक के पास बंधक है। इसके बावजूद भी दोनों ने उनसे भी सौदा कर लिया। अपने साथ हुई ठगी का अहसास होने के बाद पुरेन्द्र सिंह ने बहोड़ापुर पुलिस थाने में शिकायत की थी। इस मामले में थाना प्रभारी बहोड़ापुर अमरसिंह सिकरवार ने बताया कि कारोबारी की शिकायत पर एक महिला और उसके बेटे के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है।