थाटीपुर पुर्नघनत्वीकरण योजना में चढ़ेगी 3182 पेडाें की बलि, उच्च न्यायालय के आदेश पर हुई पेड़ों की गिनती

ग्वालियर.। थाटीपुर पुर्नघनत्वीकरण योजना के निर्माण में 3182 पेड़ों की बलि चढाई जाएगी अर्थात इन पेड़ों को काटा जाएगा। इन पेड़ों को बचाने के लिए पर्यावरण प्रेमियों ने पहले आंदोलन किया फिर हाईकोर्ट ने याचिका लगाई । इससे पूर्व हाउसिंग बोर्ड ने हाईकोर्ट और शासन को बताया था कि पुर्नघनत्वीकरण योजना में आ रहे पेड़ों की संख्या 1080 है। लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया कि वनविभाग, हाउसिंग बोर्ड, जिला प्रशासन की टीम उच्च न्यायालय के आदेश पर पेड़ों की गिनती करेगी । इस गिनती में में 30.6 हैक्टेयर भूमि पर 3182 पेड़ मिले हैं। जिन पेड़ों को उच्च न्यायालय के आदेश पर गिनती में शामिल किया गया है उनकी गोलाई 21 सेमी है। जबकि हाउसिंग बोर्ड द्वारा पूर्व में की गई गिनती में 31.40 सेमीमीटर के पेड़ों को शामिल किया गया था जो कि फारेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के मापदण्डों के अनुसार था। इस सर्वे में 1080 पेड़ ही गिनती में आए थे।
थाटीपुर पुर्नघनत्वीकरण योजना के तहत हाउसिंग बोर्ड को पीपीपी मॉडल पर आवासीय, व्यवसायिक एवं सामुदायिक निर्माण करने हैं। इसके लिए पेड़ों को काटा जाना था, इसे लेकर कई सामाजिक संगठनों ने विरोध किया था।। जिसके बाद उच्च न्यायालय ने आदेश दिया था कि वहां पर पेड़ों की न्यायालय द्वारा गठित कमेटी द्वारा की जाए। कमेटी द्वारा की गई गिनती में 3182 पेड़ पुर्नघनत्वीकरण योजना के लिए आवंटित की गई जमीन पर मिले हैं। वहीं थाटीपुर पुर्नघनत्वीकरण योजना में शामिल पेड़ों पर सैकड़ों प्रकार के पंक्षियों का बसेरा है इसके कारण यहां पर हमेशा कलराव के मधुर स्वर गुंजते रहते हैं। इसके साथ ही यहां पर सुबह सैर करने के लिए भी हजारों की संख्या में लाेग आते हैं । इनमें अनेकों पेड़ो 200 साल से भी पुराने हैं।