मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष पर हत्या का केस; टिकैत बोले- मंत्री की बर्खास्तगी तक शवों का अंतिम संस्कार नहीं, सुबह मिला पत्रकार का शव

लखीमपुर खीरी में रविवार दोपहर बाद हुई हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 14 लोगों पर हत्या, आपराधिक साजिश और बलवे का केस दर्ज हुआ है। यह केस बहराइच के नानपारा के रहने वाले जगजीत सिंह की तहरीर पर तिकुनिया थाने में लिखा गया है। लखीमपुर खीरी में रविवार को किसान आंदोलन के बीच भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, सोमवार सुबह एक पत्रकार का शव भी बरामद हुआ है। इसको मिलाकर अब तक मरने वालों की संख्या 9 हो गई है।
इधर, लखीमपुर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि जब तक मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त नहीं किया जाता है। उनके बेटे की गिरफ्तारी नहीं होती है। मृतक किसानों के शवों का अंतिम संस्कार नहीं होगाएम
उधर, रविवार रात को मंत्री अजय मिश्र ने कहा था कि घटनास्थल पर उनका बेटा मौजूद ही नहीं था। प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच घुसे कुछ शरारती तत्वों ने BJP के 3 कार्यकर्ताओं और उनके काफिले की एक गाड़ी के ड्राइवर को पीट-पीटकर मार डाला।
शव घटनास्थल पर अंतिम दर्शन के लिए रखे
किसानों के शव अग्रसेन इंटर कॉलेज के बाहर रखे हैं। राकेश टिकैत सुबह 5:30 बजे तिकुनिया पहुंचे। उन्होंने किसानों के शवों के अंतिम दर्शन किए। इसके बाद अपनी 5 मांगे गिनाईं। कहा जब तक मांग पूरी नहीं हुई तो यहां से हम हिलने वाले नहीं। इसके बाद 7:15 बजे प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर राकेश टिकैत से बात की। लेकिन राकेश टिकैत अपनी मांगों पर अड़े रहे। राकेश टिकैत ने कहा, यह एक साजिश है, जो बहुत दिनों से अजय मिश्र और उनके बेटे आशीष मिश्र के द्वारा रची जा रही थी। मौके पर 700 से ज्यादा किसान जुटे हुए हैं।
राकेश टिकैत की 5 बड़ी मांग
- हिंसा की न्यायिक जांच हो
- मृतकों के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा
- मृतकों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी
- सांसद के बेटे समेत 14 आरोपियों की गिरफ्तारी
- अजय मिश्र की मंत्री पद से बर्खास्तगी