ग्वालियर समेत प्रदेश के बाकी हिस्सों में भाजपा को बढ़त, सिर्फ चंबल में कांग्रेस

शुरुआती रुझानों में भाजपा को मालवा, ग्वालियर, निमाड़ और बुंदेलखंड में एकतरफा बढ़त मिलती नजर आ रही है। चंबल में कांग्रेस भारी पड़ती दिख रही है। भोपाल क्षेत्र की दो सीटों में से एक-एक पर भाजपा और कांग्रेस कैंडिडेट आगे हैं। महाकौशल की इकलौती सीट भाजपा के खाते में जाती दिख रही है। कुल मिलाकर 28 में से 19 सीटों पर भाजपा, आठ पर कांग्रेस और एक सीट पर बसपा उम्मीदवार को बढ़त मिली हुई है।
ग्वालियर: 9 में से 7 सीटों पर भाजपा आगे, 2 पर कांग्रेस
शुरुआती रुझान में सिंधिया के प्रभाव के ग्वालियर क्षेत्र की नौ में से सात सीटों पर भाजपा प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। दो सीटों पर कांग्रेस आगे है। ग्वालियर शहर की दोनों सीटों पर भाजपा को बढ़त है। शहर से लगे डबरा, पोहरी, अशोकनगर, मुंगावली और बमोरी में भी भाजपा प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। करैरा में कांग्रेस के प्रागीलाल जाटव को बढ़त मिली है। भांडेर में कांग्रेस के फूलसिंह बरैया आगे चल रहे हैं।
चंबल में कांग्रेस भारी, भाजपा के तीनों मंत्री पीछे
चंबल की सात में से पांच सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। मंत्री एंदल सिंह कंषाना मुश्किल में नजर आ रहे हैं। वे कांग्रेस उम्मीदवार अजब सिंह कुशवाहा से लगातार पीछे चल रहे हैं। एंदल सिंह दिग्विजय सिंह के करीबी थे और कमलनाथ सरकार से नाराजगी के चलते भाजपा का दामन थामा था। दिमनी से मंत्री गिर्राज दंडोतिया भी कांग्रेस प्रत्याशी रवींद्र सिंह तोमर से पीछे हैं। मेहगांव सीट पर कांग्रेस के हेमंत कटारे ने मंत्री ओपीएस भदौरिया को पीछे छोड़ दिया है। मुरैना में बसपा के रामप्रकाश राजौरिया ने बढ़त बना रखी है। जौरा में भाजपा के सूबेदार सिंह आगे है।
मालवा: पांचों सीटों पर भाजपा प्रत्याशी आगे
बहुचर्चित सीट सांवेर पर भाजपा के तुलसी सिलावट ने बढ़त ले ली है। बदनावर में मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और सुवासरा में मंत्री हरदीप सिंह डंग आगे चल रहे हैं। शुरुआती दौर में पिछड़ने के बाद आगर में भाजपा के मनोज ऊंटवाल और हाटपीपल्या में मनोज चौधरी ने बढ़त बना ली है। हालांकि बढ़त का अंतर ज्यादा नहीं है।