हिंसा की साजिश के आरोप में 4 लोग गिरफ्तार, SC में सुनवाई टली

हाथरस केस में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। आरोप हैं कि ये हाथरस रेप केस के बहाने यूपी में जातीय हिंसा भड़काने की साजिश रच रहे थे। ये चारों युवक दिल्ली से हाथरस आ रहे थे, लेकिन मथुर में गिरफ्तार कर लिया गया। इनके पास से लैपटॉप व अन्य सामान बरामद किया गया है। चारों पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (PIF) के सदस्य बताए गए हैं। वहीं मंगलवार को सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया गया। इसमें बताया कि रात के अंधेरे में पीड़िता का अंतिम संस्कार परिवार की सहमति से ही किया गया था। साथ ही जानकारी दी गई कि हाथरस के हंगामा के आड़े में कुछ लोग बड़ी हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे थे। सुप्रीम कोर्ट अब अगले हफ्ते सुनवाई करेगा।
इससे पहले हाथरस केस की जांच में यूपी पुलिस को पता चला था कि हाथरस कांड के बहाने प्रदेश में जातीय दंगे भड़काने की साजिश थी। कुछ वेबसाइट्स और सोशल मीडिया कमेंट्स के जरिए पुलिस को यह जानकारी मिली थी। इसके बाद संदिग्ध वेबसाइट्स बंद कर दी गई थी।पुलिस की इस पड़ताल के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्ष को विकास अच्छा नहीं लग रहा है और यही कारण है कि वे प्रदेश में साम्प्रदायिक दंगा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। यह पहला मौका है जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस केस में विपक्ष पर निशाना साधा है। यूपी सरकार पहले ही केस की सीबीआई जांच की सिफारिश कर चुकी है। योगी आदित्यनाथ ने एक वीडियो संदेश में कहा, जिसे विकास अच्छा नहीं लग रहा, वे लोग देश में और प्रदेश में भी जातीय दंगा भड़काना चाहते हैं-सांप्रदायिक दंगा भड़काना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस दंगे की आड़ में विकास रुकेगा और इसकी आड़ में उन्हें अपनी रोटियां सेंकने का अवसर मिलेगा, इसलिए वे नित नए षड्यंत्र करते रहते हैं। इन षड्यंत्रों के प्रति पूरी तरह से आगाह होते हुए भी हमें इस विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना है।