सारे जीवन राजनीति की है अब मिट्टी का कर्ज उतारना चाहता हूं : डॉ गोविंद सिंह

भिण्ड ,7 सितंबर। नदी बचाओ सत्याग्रह पदयात्रा के तीसरे दिन प्रातः आजी मां मंदिर से आरती और दर्शन के पश्चात पूर्व मंत्री और लहार विधायक डॉ गोविंद सिंह ने कहा अब मुझे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना है। सारी जिंदगी मैंने राजनीति ही की है अब मैं अपने जिले की जनता का और अपनी मिट्टी का कर्ज उतारना चाहता हूं इसलिए निस्वार्थ भाव से नदी बचाओ सत्याग्रह में जुट गया हूं, अगर आज हमने अपनी नदियों को और पानी को नहीं बचाया तो आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी कहां से लेकर आएंगे? अगला विश्व युद्ध पानी के लिए होगा इसलिए हम सबको जल संरक्षण और जीवन संरक्षण के लिए इस अभियान में सहयोग करना चाहिए।
ज्ञात रहे कल इस अभियान को सहयोग देने के लिए राज्यसभा सांसद विवेक तनखा पहुंचे थे, उन्होंने कहा था कि यदि यह राजनीतिक कार्यक्रम होता तो इस विकराल कोरोना संक्रमण काल में मैं इस यात्रा में सम्मिलित नहीं होता यह एक सामाजिक सरोकार है इसलिए इस यात्रा में सम्मिलित होने में आया हूं।
आज सुबह से इस यात्रा में शामिल होने के लिए कंप्यूटर बाबा और बाली बाबा सहित कई साधु शामिल हो चुके हैं। समाचार लिखे जाने तक यात्रा भारौली पहुंच चुकी है जहां भोजन और विश्राम के पश्चात शाम को भिण्ड के लिए रवाना होगी।
*गजब का जीवट है 69 साल के डॉ गोविंद सिंह में*
क्वार की चटक घाम में जहां किसान भी परेशान हो जाता है वही 69 साल के डॉक्टर गोविंद सिंह लगातार प्रतिदिन लगभग 20 किलोमीटर पैदल चल रहे हैं। उनको पैदल चलते देख उनके साथी भी हैरान हैं और उत्साहित भी हैं।
*डग्गामार जुगाड़ को बनाया है पदयात्रा का साथी*
यूं तो लहार से भिंड तक का रास्ता बहुत अच्छा हो चुका है पर साथ में चल रहा प्रचारवाहन डग्गामार जुगाड़ पर इंजन रखकर बनाया गया है जिससे देश भक्ति के गीत बजाए जा रहे हैं।