14 अगस्त तक पार्टियां नहीं कर पाएंगी रैली-प्रदर्शन और सभाएं, मंत्री-सांसद-विधायक को भी मास्क जरूरी: नरोत्तम

मध्य प्रदेश में 14 अगस्त तक कोई भी पार्टी रैली, प्रदर्शन या सभाएं नहीं कर पाएगी। प्रदेश सरकार ने इस पर रोक लगा दी है। साथ ही अब राज्य में मंत्री, सांसद और विधायक सभी को अनिवार्य रूप से मास्क लगाना होगा या अपने साथ तौलिया रखनी होगी। अगर वह बिना मास्क के पाए गए तो उनके खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ये जानकारी दी।
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि उन्होंने कहा कि आने वाले दो अगस्त के लॉकडाउन को खोलने पर एक दो दिन में निर्णय लेंगे। अगर अगर किसी को अत्यावश्यक बैठक करनी है तो वह वर्चुअल करना पड़ेगी। घर पर भी एक साथ पांच लोग एकत्र नहीं हों तो अच्छा रहेगा। बाजारों के अंदर कोई भी आम लोग बिना मास्क और तौलिया के नहीं होंगे। वरना जुर्माना लगेगा।
गृहमंत्री ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों से अपील है। मतलब सभी दल भाजपा, कांग्रेस, सपा-बसपा समेत सभी दल हैं। किसी पार्टी का राजनीतिक कार्यक्रम, रैली, प्रदर्शन और सभाएं 14 अगस्त तक नहीं होंगे। क्योंकि हमारे मुख्यमंत्री जी का मानना है कि हमारे लिए लोगों की जान बेहद जरूरी है। ये नियम सभी अधिकारियों पर भी लागू होगा। जिले के अंदर कलेक्टर-एसपी और भोपाल में सीएस डीएस सहित सभी अधिकारी। मास्क लगाने का नियम सभी पर लागू होगा। वरना जुर्माना लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री का कहना है कि इस महामारी से विजय पाने के लिए हम संकल्पबद्ध हैं और हम जीतेंगे।
लॉकडाउन जहां पानी सिर के ऊपर से निकलेगा, वहीं पर लगेगा
गृहमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन, जहां बहुत ज्यादा जरूरी होगा, जहां पानी सिर के ऊपर से निकल रहा होगा। तभी लॉकडाउन होगा। ये भ्रम सभी लोग दूर कर लें, लॉकडाउन समस्या का हल नहीं है और अभी प्रदेश में ऐसी स्थिति कहीं भी प्रतीत नहीं हो रही है। जो संडे का लॉकडाउन है, उस संबंध में जन प्रतिनिधियों के अलग-अलग जगहों से फोन आ रहे हैं। चूंकि संडे को 2 तारीख को है और तीन को रक्षाबंधन है, उसके बारे में पुनर्विचार करने की बात कही गई है। ये बात सीएम के संज्ञान में लाई गई है। उस पर एक-दो दिन कोई निर्णय लिया जाएगा।
आज कोरोना की बैठक में 21657 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। 834 नए केस मिले थे और 723 रिकवर हुए थे। फिर पुरानी स्थिति में पहुंच रहे हैं। 8654 एक्टिव केस हैं। देश के अंदर हमारा स्थान 15वें नंबर पर है। जितने बड़े प्रदेश हैं, वहां 4-4 हजार केस निकल रहे हैं। ये तुलना इसलिए है कि लोगों के मन से ये भ्रम निकल जाए। 834 और 723 के बीच कुल 98 केस हैं। इसलिए बेड की कमी को लेकर जो बात हो रही है, उस पर मैं कह रहा है कि डिस्चार्ज होने वाली स्थिति में है समान हैं।