वायरल होते सियासी ऑडियो – वीडियो से नेता ही नही पुलिस अफसर भी क्यो है परेशान?
June 13, 2020

ग्वालियर । जैसे- जैसे अंचल में उप चुनाव की तारीखें नजदीक आती जा रही हैं सियासत भी गरमाने लगी है । इस बार के चुनावों में आक्रमण का तरीका बदला हुआ है । इस बार इस युद्ध को लड़ने में आमसभा और जनसंपर्क की जगह सोशल मीडिया का सधा हुआ उपयोग किया जा रहा है । इसमें खरामा – खराम वीडियो और ऑडियो वायरल कर लोगों के बीच संभावित उम्मीदवारों की छवि पर सीधा आक्रमण किया जा रहा है । फिलहाल इसमें वे नेता ही निशाने पर है जिन्होंने दलबदल कर प्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिराई है ।इसकी शुरुआत लॉक डाउन के समय ही हुई । तब पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बेटे का एक वीडियो वायरल हुआ ।
तब लॉक डाउन में कर्फ्यू भी लगा हुआ था । लोगो की सड़क पर आवाजाही बन्द थी लेकिन श्री तोमर के बेटे का एक वीडियो वायरल हुआ इसमें सड़क पर स्कूटर से जा रहे पूर्व मंत्री पुत्र को जब ट्रैफिक पुलिस ने रोका और पूछा तो वे पुलिस वालो से अभद्रता करते दिखे । उंन्होने पुलिस को धमकाया और ड्यूटी सिखाने की बात कही ।
आनन- फानन में यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया । फिर सभी टीवी चैनल्स में दिखने लगा । पूर्व मंत्री श्री तोमर मौके की नजाकत को देखते हुए तत्काल डेमेज कंट्रोल में जुटे । वे अपने बेटे को लेकर घटनास्थल पर गए । खुद माफी मांगी। बेटे से मंगवाई । जुर्माना भरवाया । दूसरे दिन प्रायश्चित बताते हुए बेटे के साथ गंदी नाली साफ की ।
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सीधा सिंधिया पर उछला कीचड़
सिंधिया परिवार को शताब्दियों से ईमानदारी के लिए जाना जाता रहा है । पहली बार है जब इस परिवार के लोगो पर आर्थिक कारणों के आरोप लगे हो । इसकी शुरुआत भाजपा ने ही की थी । भाजपा के दिग्गज नेता जयभान सिंह पवैया सिंधिया परिवार की सामंतवादी सोच को लेकर निशाना साधते थे लेकिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद प्रभात झा ने सिंधिया पर आर्थिक आरोप लगाने शुरू किए । उंन्होने सिंधिया को कथित तौर पर प्रदेश का सबसे बड़ा बूमाफ़िया कहा और इसकी शिकायतें भी की । इस मामले को लेकर स्वयं शिवराज सिंह चौहान ने शिवपुरी में बड़ी रैली भी की थी लेकिन कांग्रेस और सिंधिया समर्थकों ने तब मीडिया और सड़क दोनों पायदानों पर भाजपा का जोरदार विरोध किया था । अब आरोप लगाने और विरोध करने वाले लोग एक ही दल में हैं ।
भाजपा में भी कम नही हुई मुश्किलें
पूर्व केंद्रीय मंत्री अपने समर्थक विधायको सहित भाजपा में शामिल हो गए । उंन्होने इसकी बड़ी कीमत भी चुकाई । अपनी वर्षों की कांग्रेस विरासत को खोया । पंद्रह साल बाद प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में बनी कांग्रेस सरकार गिराई लेकिन उन पर हमले बन्द नही हुए बल्कि अब हमलावर बदलकर कांग्रेस के लोग हो गए । सबसे तगड़ा हमला एक वीडियो वायरल किया गया । जिसमें अशोकनगर की एक कांग्रेस पार्षद विधानसभा टिकिट न मिलने पर अपना दुखड़ा रो रही है । वह कह रही है कि उसने उनके पीए के कहने पर 50 लाख रुपये भी भिजवा दिए लेकिन टिकिट नही मिला । अब पैसे वापिस करवा दो । इसमें कथित सिंधिया उनसे कहा रहे हैं कि जल्द ही कांग्रेस की सरकार बन जाएगी तो उनके मां सम्मान और बाकी बातों का ख्याल रखा जाएगा ।
विडम्बना ये है कि इस मामले में भाजपा ने चुप्पी साध रखी है जबकि कांग्रेस आक्रामक है । प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा ने भोपाल से ग्वालियर पहुंचकर एडीजी राजबाबू सिंह को एक ज्ञापन और ऑडियो की सीडी देकर मामले की जांच कर भ्रष्टाचार का केस दर्ज करने की मांग की ।
भिण्ड में भी फूट ऑडियो बम
भिंड जिले में दो विधानसभा सीट पर उप चुनाव होना है । यहां भी एक ऑडियो बम फूटा तो सियासत की बारूद बिखर गई । यह ऑडियो एक टीआई का है जो भिण्ड जिले में पदस्थ है । उससे दतिया के किसी भाजपा नेता की बातचीत है । नेता जी उन्हें दतिया जिले में पोस्टिंग का आह्वान करते है तो वे कहते है कि अभी महाराज उनकी पोस्टिंग लहार कराना चाह रहे है । ज्ञातब्य रहे कि यहां से कांग्रेस विधायक डॉ गोविंद सिंह के मुखर विरोधी माने जाते हैं ।
अब यहां माहौल गरमा गया । सिंधिया समर्थक डॉ रमेश दुबे ने इस मामले पर भिण्ड एसपी को ज्ञापन सौंपकर इस ऑडियो और मंतब्य कि जांच कराने की मांग की ।
जबकि विधायक और पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने इस मामले में प्रदेश के डीजीपी विवेक जौहरी को चिट्ठी लिखकर मामले की जांच एसआईटी से कराके इस षड्यंत्र को उजागर करने और दोषी लोगो के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है ।
इमरती का आंख फोड़ने वाला ऑडियो
ऑडियो का एक बम शुक्रवार को ग्वालियर में भी फूटा । इसमें डबरा से भाजपा की संभावित प्रत्याशी इमरती देवी की अपने एक बघेल समर्थक से बातचीत है। वह बिजली की डीपी रखवाने और हेण्डपम्प की अपील कर रहा है । जैसे ही उसने कहाकि इस बार चुनाव में माहौल खराब है । मुन्ना लाल गोयल की पिटाई हो चुकी है । यह सुनकर वे उखड़ जाती है और कहती है हमे नही जीतना । हम।मुन्नालाल नही है आंखे फुड़वा दूंगी ।
इस वायरल के बाद बघेल समाज भाजपा के खिलाफ एकजुट हो गया है । कांग्रेस इसे हवा दे रही है । बघेल समाज के नेता रामशेष बघेल का आरोप है जिन जिलों में उप चुनाव होना है वहां बघेल समाज को प्रताड़ित किया जा रहा है । भिण्ड में एक भाजपा विधायक के कहने पर एक संभ्रांत बघेल जो सोने चांदी के व्यापारी है के खिलाफ शराब पीकर गालियां देने और लूट का मामला दर्ज करा दिया गया । जबकि उंन्होने जीवन शराब को छुआ तक नही है और अब पूर्व मंत्री एक बघेल को आंखे फ़ूडवाने की सरेआम धमकी दे रहीं है ।
पुलिस परेशान
इन ऑडियो वीडियो बम के धमाकों ने जहाँ सियासी माहौल गरमा रखा है वहीं पुलिस को किंकर्तव्यविमूढ़ । इन ऑडियो वीडियो को लेकर कांग्रेस उसका दरवाजा खटखटा रही है लेकिन सब मामले भाजपा नेताओं के आसपास घूम रहे है । उनकी समझ नहाया रहा कि वे इसमें क्या रुख अपनाए । अभी तक एक भी मामला जांच के लिए सायबर सेल को नही दिया गया है ।