कुछ घंटों की बारिश नहीं झेल पाई शहर की सड़कें, पानी भरने से हुए जगह- जगह गड्ढे

ग्वालियर।
प्री मानसून बारिश की कुछ बूंदों ने शासन की पोल खोल कर रख दी है। आलम यह है कि कुछ देर की बारिश के बाद ही शहर की सड़कों पर बड़े बड़े गड्ढे देखने को मिल रहे हैं और लोग परेशान हो रहे हैं।
अमृत योजना के तहत शहर में सीवर और पानी की लाइन डाली जा रही हैं। इसके लिए सड़कों को खोदा जा रहा है। लाइन डालने के बाद सड़कों की मरम्मत कार्य भी किया जा रहा है, लेकिन पिछले साल की तरह इस बार भी मनमानी की जा रही है। रेस्टोरेशन का केवल दिखावा हो रहा है। मिट्टी भरकर ऊपर से थोड़ी गिट्टी और फिर डामर किया जा रहा है। जबकि कॉम्पैक्शन किया जाना चाहिए जिससे सड़कें धंसके नहीं। खानापूर्ति के रेस्टोरेशन की पोल शुक्रवार को प्री-मानसून की पहली झड़ी में ही खुल गई।
सिटी सेंटर में जीवाजी यूनिवर्सिटी की कुलपति के बंगले के पास गहरा खतरनाक गड्डा लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गया हैभारतीय स्टेट बैंक से राज्य प्रबंधन संस्थान की ओर आने वाले रास्ते का भी यही हाल है। यूनिवर्सिटी की दीवार से सटाकर लाइन डालने के बाद रेस्टोरेशन किया गया था। यह सड़क भी धंसक गई। कांटे साहब का बाग, शब्दप्रताप आश्रम रोड पर लाइन डालने के बाद रेस्टोरेशन तो दूर, खुदाई के बाद निकली मिट्टी को वहीं छोड़ दिया गया। इससे रास्ता अवरुद्ध हुआ है और खतरनाक भी। इस ओर न तो नगर निगम के जिम्मेदारों का ध्यान हैं और न ही अमृत योजना से जुड़े अधिकारियों का। पिछले साल भी बरसात में ऐसे ही खतरनाक हालात बन गए थे। हर रोज वाहन फंसते थे।