मजदूरों को फील गुड कराएगी सरकार, ट्रेन से उतरते ही स्वागत होगा

प्रदेश सरकार (madhya pradesh) ने कोरोना आपदा के बाद लॉक डाउन (Locldown) में फंसे मजदूरों की प्रदेश वापसी पर उन्हें फीलगुड (feel good) कराने की तैयारी की है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सभी कलेक्टर्स को निर्देश है कि मज़दूरों के लौटते ही उनका स्वागत किया जाए और उनके खान-पान का बंदोबस्त किया जाए.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिलों के कलेक्टर्स से यह तय करने के लिए कहा है कि जैसे ही कोई ट्रेन या बस मजदूरों को लेकर प्रदेश में लौटती है तो उनका स्वागत किया जाए.मजदूरों के आते ही उन्हें खाना, चाय पानी उपलब्ध कराया जाए. मध्य प्रदेश सरकार प्रदेश के बाहर फंसे मजदूरों को वापस लाने का काम कर रही है मजदूर स्पेशल ट्रेनों और बसों के जरिए घर पहुंचाए जा रहे हैं. कुछ शिकायतें यह भी मिल रही थी कि मजदूरों को लौटने पर खाना पानी की दिक्कत आ रही है.
मजदूरों को घर पहुंचाने का सिलसिला देश में जारी है. अब तक एक लाख 55 हजार से ज्यादा मजदूरों को सरकार उनके घर तक पहुंचा चुकी है. मजदूरों को लाने के लिए अलग से स्पेशल ट्रेन और बसें चलाई जा रही हैं. प्रदेश सरकार ने 55 और विशेष ट्रेनों के लिए रेल मंत्रालय को प्रस्ताव भी भेजा है. प्रदेश वापस आने के लिए अभी तक 3 लाख 90 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है.
अभी भी पैदल चल रहे मजदूर
एक तरफ मध्य प्रदेश सरकार यह दावा कर रही है कि मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है. वहीं अभी कई तस्वीरें ऐसी सामने आ रही हैं जिसमें मजदूर सड़कों पर तपती धूप में पैदल चलते नजर आ रहे हैं. यह मजदूर महाराष्ट्र, गुजरात सहित अलग-अलग प्रदेशों से पैदल ही अपने घर के लिए रवाना हुए हैं. औरंगाबाद रेल हादसे के बाद सरकार ने मजदूरों से अपील की है कि वो जल्दबाजी न करें सभी को उनके घर तक पहुंचाने का इंतजाम किया जाएगा.