कांग्रेस में हर दिन बढ़ रही राज्यसभा सीट के दावेदारों की भीड़

भोपाल. मध्य प्रदेश के कोटे से राज्य सभा कौन जाएगा? इसको लेकर घमासान हर दिन तेज हो रहा है. भारतीय जनता पार्टी जहां एक सीट को लेकर मौन है, तो वहीं कांग्रेस के अंदर दावेदारों की भीड़ लग रही है. कांग्रेस के खाते वाली दो सीटों के जरिए अपनी राज्य सभा में एंट्री को लेकर नेता एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं, लेकिन अब मुश्किल उन चेहरों को लेकर है जो 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस की जीत पक्की करने में लगे थे. बीजेपी के टिकट पर सांसद और प्रदेश के मंत्री रह चुके रामकृष्ण कुसमरिया ने कांग्रेस को सत्ता दिलाने का इनाम मांग लिया है. उन्होंने कहा है कि उनके बूते पर बुंदेलखंड में कांग्रेस ने 11 सीटें जीती हैं, तो उन्हें राज्यसभा भेजा जाना चाहिए. जबकि 2018 के चुनाव में बीजेपी छोड़ कांग्रेस में आने वाले सीनियर लीडर सरताज सिंह ने कहा है कि पार्टी उनका इस्तेमाल जहां चाहे कर सकती है.
राज्य सभा की सीटों को लेकर कांग्रेस दावेदारों का अखाड़ बन गया है. विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हारने वाले नेता और पार्टी का झंडा लंबे समय से बुलंद किए हुए नेताओं की नजर भी राज्य सभा सीट पर है. जबकि कांग्रेस पहले से ही पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रियंका गांधी के बीच फंसी हुई है.
कांग्रेस में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी को भी प्रदेश के कोटे से राज्यसभा भेजने की मांग उठी थी, लेकिन अब कांग्रेस में मुश्किल अपनों के साथ चुनाव में पार्टी में आये नेताओं को खुश करने की है.बहरहाल, 16 मार्च से शुरू होने वाले विधानसभा के बजट सत्र के बाद और 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा के चुनाव से पहले तय होगा कि किस चेहरे के नाम राज्यसभा की लॉटरी खुलेगी.
कुछ ऐसे ही हालात बीजेपी के अंदर भी हैं. पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के अलावा प्रभात झा और उमा भारती का नाम चर्चा में है.