IAS अशोक खेमका का 53वीं बार तबादला, अब पीएम से चाहते हैं मिलना

चंडीगढ़ : वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक खेमका का एक बार फिर तबादला कर दिया गया है। तीन दशकों में उनका यह 53वां ट्रांसफर है। इससे खफा होकर उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखकर कहा है कि दब्बू अधिकारी फलते-फूलते हैं, ईमानदार को तुच्छ भूमिकाएं दी जाती हैं। 1991 बैच के अधिकारी ने खट्टर को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करने की अनुमति देने के लिए कहा है।
हरियाणा सरकार ने पिछले महीने अशोक खेमका को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग से अभिलेखागार विभाग में स्थानांतरित कर दिया था। उन्होंने पत्र में लिखा कि दब्बू और भ्रष्ट अधिकारी सक्रिय सेवा में पनपते रहते हैं और सेवानिवृत्ति के बाद के पुरस्कृत होते हैं। मगर, ईमानदार लोगों को छोटे, महत्वहीन पदों पर छोड़ दिया जाता है।
उन्होंने 6 दिसंबर को लिखे पत्र में लिखा- जब तक शासकों के हित पर असर नहीं पड़ता हो, तब तक भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कभी शिकायत नहीं होती है। उन्होंने कहा कि शासन अब सेवा नहीं बल्कि एक व्यवसाय है। मेरे जैसे कुछ मूर्ख लोग लोगों आस्था के ट्रस्टियों की तरह सोचेंगे और कार्य करेंगे। इस उम्मीद के खिलाफ उम्मीद में पत्र लिख रहा हूं कि आप इस पत्र को कूड़ेदान में नहीं फेंकेंगे।अपने बार-बार किए गए तबादलों से नाराज खेमका ने लिखा- मुझे हमेशा गलत तरीके से और समय से पहले होने वाले तबादलों का चुपचाप सामना करना पड़ा। किसी की इच्छा पर केवल एक हस्तांतरण नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आपके कार्यकाल के दौरान मेरे द्वारा किए गए कुछ तबादले सार्वजनिक हित में नहीं थे, बल्कि बाहरी और व्यक्तिगत विचारों पर आधारित थे। खेमका ने याद दिलाया कि बीजेपी ने 2014 के चुनाव के दौरान पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान के भूमि सौदों में कथित अनियमितताओं को एक बड़ा मुद्दा बनाया था। मगर, उसे अब वह भूल गई है।