गोली हरेंद्र के साथ से चली या जीजा के हाथ से, किशोरी के बयान से होगा खुलासा

ग्वालियर। पुलिस की पड़ताल में यह तय हो गया है कि किशोरी को गोली बाइक सवार बदमाशों ने नहीं चलाई है। हरेंद्र ने स्वीकार कर लिया है कि जीजा धर्मेंद्र कंसाना के पिस्टल से उसके हाथ से चली है, लेकिन गांव के लोगों का कहना है कि गोली धर्मेंद्र के हाथ से चली है। मुरार थाना पुलिस ने आरोपित को फिलहाल अपहरण के मामले में डबरा थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। पुलिस का कहना है कि किशोरी की गोली की घटना लगभग क्लियर हो गई है। बस जांच इस पर अटकी है कि गोली हरेंद्र या उसके बहनोई धर्मेंद्र के साथ से चली है। यह भी पुलिस मान रही है कि गोली हत्या करने के इरादे से नहीं चलाई गई है। गोली धोखे में चली है।
पुलिस को अस्पताल से सूचना मिली थी कि किशोरी के ह्रदय के ऊपर गोली लगी है। और उसे इलाज के लिये एक निजी हास्पिटल से जेएएच लाया गया है। किशोरी का कहना है कि बड़ागांव हाइवे पर दो बाइक सवार बदमाशों ने मारी है। जो कि उसका पर्स लूटकर ले गये है। पुलिस अस्पताल पड़ताल करने के लिये अस्पताल पहुंच गई। पूछताछ करने पर पता चला कि किशोरी के अपहरण का मामला डबरा थाने में दर्ज है और वह टेकनपुर की निवासी है। किशोरी को घायलावस्था में उसे बहला-फुसलाकर ले जाने वाला हरेंद्र गुर्जर लेकर आया है। मामला संवेदनशील होने के कारण एसएसपी अमित सांघी व एएसपी राजेश दंडौतिया मौके पर पहुंच गये। हरेंद्र व किशोरी ने गोली लगने की जो कहानी सुनाई, उस पर पुलिस अधिकारियों को विश्वास नहीं हो रहा था। जांच आगे बढ़ाने पर खुलासा हुआ था कि गोली बदमाशों ने नहीं मारी है। गोली रिठौरा जिला मुरैना में रहने वाले हरेंद्र के जीजा धर्मेंद्र कंसाना के घर चली है। फिलहाल हरेंद्र स्वीकार कर रहा है कि उसके हाथ से चली गोली किशोरी को लगी है। और वह उससे शादी करना चाहता है.