कोरोना को लेकर बिगड़े हालात पर SC सख्त, राज्यों से मांंगी स्टेटस रिपोर्ट

कोरोना महामारी के खिलाफ देश में लड़ाई जारी है। दीवाली के बाद तेजी से सामने आ रहे मामलों के बीच सरकारें और प्रशासन नई रणनीति बनाने में जुटा है। लोगों को मास्क लगाने और शारीरिक दूरी का पालन करने जैसे नियमों को लेकर नई चेतावनी जारी की जा रही है। सख्ती बरती जा रही है। वही वैक्सीन को लेकर भी प्रयास जारी हैं। अमेरिका की दो कंपनियो इस दिशा में आगे बढ़ गई हैं। यह दुनियाभर के लिए बहुत बड़ी खबर है। भारत में भी साल के अंत तक या नए साल के शुरू में टीका सामने आ सकता है। भारत मे बीते 24 घंटों में कोरोना के 44,059 नए केस सामने आए हैं। इसके साथ ही कुल मरीजों का आंकड़ा 91,39,866 पहुंच गया है। रविवार को 511 मरीजों की मौत हुई। इस तरह कुल मरने वालों का आंकड़ा 1,33,738 पहुंच गया है। कुल एक्टिव केस 4,43,486 हैं।
भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर रणनीति पर काम शुरू हो गया है। केंद्र सरकार एक ऐप बनवा रही है, जिसे डाइनलोड करने पर यह जानकारी मिलेगी कि टीक कब और कहां लगवाया जा सकता है। इस पर हर शहर के टीकाकरण केंद्रों की मैपिंग होगी।
सुप्रीम कोर्ट सख्त: देश को कोरोना के बिगड़ते हालात पर सुप्रीम कोर्ट भी सख्त हो गया है। एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च अदालत ने कहा, राज्य सरकारें बताएं कि उन्होंने कोरोना महामारी रोकने के लिए क्या कदम उठाए? दिल्ली सरकार की ओर से मौखिक रूप से बताने की कोशिश की गई, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सभी राज्य स्टेटस रिपोर्ट दें। सुप्रीम कोर्ट ने आशंका जताई कि आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।
पुणे के गांवों में खुल गए स्कूल: देश के विभिन्न राज्यों में जहां कोरोना महामारी के कारण स्कूल बंद और कब तक खुलेंगे, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। ऐसे में पुणे से खबर है कि यहां के कुछ ग्रामीण इलाकों में स्कूल खोल दिए गए हैं। प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग की अनुमति से खोले गए इन स्कूलों में सभी नियमों का पालन किया जा रहा है।