देवउठनी एकादशी 25 नवंबर को, पांच माह में केवल 8 विवाह मुहूर्त

ग्वालियर । कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी मनाई जाती है। देवउठनी एकादशी इस बार 25 नवंबर को मनाई जाएगी। इस एकादशी को प्रबोधिनी एकादशी या देवउठनी एकादशी भी कहा जाता है। एकादशी तिथि का प्रारंभ 25 नवंबर बुधवार सुबह 2:42 बजे से होगा तथा 26 नवंबर सुबह 5:10 बजे तक रहेगा।
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को भगवान विष्णु चार माह के लिए सो जाते हैं और कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जागते हैं। चार माह की इस अवधि को चतुर्मास कहते हैं। देवउठनी एकादशी के दिन ही चतुर्मास का अंत हो जाता है और शुभ काम शुरू किए जाते है। विवाह मुहूर्त 25 नवंबर देवउठनी एकादशी से शुरू होंगे। क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु का शयनकाल समाप्त हो जाएगा। 25 नवंबर से 11 दिसंबर तक के बीच में कुल 8 विवाह मुहूर्त रहेंगे। फिर 15 दिसंबर से खरमास लग जाएगा।
नवंबर में शुभ विवाह मुहूर्त- 25 और 30 को है, और दिसंबर में विवाह मुहूर्त- 1, 2, 7, 8, 9, 11 को है।