कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों का आज भारत बंद, 9 राज्यों में असर

केंद्र सरकार द्वारा संसद में पारित कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को किसानों ने भारत बंद का ऐलान किया है। कुल 31 संगठनों का इस विरोध प्रदर्शन को समर्थन हासिल है। सबसे अधिक असर पंजाब और हरियाणा में देखने को मिल रहा है। पंजाब में अधिकांश बाजार बंद हैं। बसों और रेलों की आवाजाही भी ठप्प है। किसानों के बंद को राज्य के आढ़ती, व्यापारी, सरकारी कर्मचारी भी समर्थन दे चुके हैं। इसके अलावा बिहार और पश्चिम बंगाल में भी प्रदर्शन हो रहे हैं।
बता दें कि इस दौरान पंजाब में ट्रेन सेवा भी बंद रहेगी। इससे यहां से गुजरने वाली ट्रेनों के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा, पंजाब रोडवेज कर्मचारियों की यूनियनों और निजी बस आपरेटरों ने भी आंदोलन को समर्थन दिया है।
ऐसे में शुक्रवार को पंजाब में सरकारी व निजी बसों का संचालन भी नहीं होगा। इससे दूध और सब्जी की आपूर्ति भी बाधित रहेगी। इससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। विधेयकों के विरोध में गुरुवार जिला अमृतसर, पटियाला, संगरूर और बरनाला में किसानों ने रेलवे ट्रैक पर टैंट लगाकर पक्का मोर्चा लगा दिया है। किसान संगठनों के अनुसार शनिवार रात तक बच्चों व महिलाओं के साथ किसान ट्रक पर ही डटे रहेंगे।
एक अक्टूबर से फिर जाम होंगे रेलवे ट्रैक :
अमृतसर के गांव देवीदासपुरा में दिल्ली-अमृतसर ट्रैक पर बड़ी संख्या धरने पर बैठे किसानों ने प्रस्ताव पारित कर एक अक्टूबर से अनिश्चित समय के लिए रेल रोकने का एलान कर दिया है।
बाजार बंद करवाने के लिए नहीं करेंगे जबरदस्ती :
भाकियू के प्रधान बलबीर सिह राजेवाल ने कहा कि बाजार बंद करवाने के लिए जबरदस्ती नहीं की जाएगी। लोग बंद के लिए हमारा साथ दे रहे हैं। लोगों को समझाया गया है कि यह मसला केवल किसानों का नहीं है बल्कि पूरे राज्य की अर्थव्यवस्था से जुड़ा है।