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तेंदुनी नदी की बाढ़ में फंसे ग्वालियर के इंजीनियर को बचाने के लिए सरपंच ने कार उफनती नदी में डाली, डूबने से मौत; एनडीआरएफ ने सुबह रेस्क्यू किया

तेंदुनी नदी की बाढ़ में फंसे ग्वालियर के इंजीनियर को बचाने के लिए सरपंच ने कार उफनती नदी में डाली, डूबने से मौत; एनडीआरएफ ने सुबह रेस्क्यू किया

रायसेन । बाघ पिपरिया के पास ग्वालियर का एक इंजीनियर तेंदूनी नदी में बाढ़ आने से फंस गया, जिसे निकालने के लिए सिमरोल के सरपंच दर्शन सिंह ने रात करीब 10.30 बजे शराब के नशे में अपनी कार उफनती नदी में डाल दी, जिससे वह कार सहित नदी डूब गया। जिससे उसकी मौत हो गई। सुबह एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने इंजीनियर को सुरक्षित बचा लिया और लेकिन सरपंच की कार समेत डूबने से मौत हो गई।

रविवार की सुबह रेस्क्यू दल मौके पर पहुंचा और उन्होंने बचाव कार्य शुरू किया, गार्ड्स ने रात भर से नदी के टापू में फंसे ग्वालियर के इंजीनियर राजीव माने को सुरक्षित बाहर निकाला, उसके बाद दल ने बाढ़ के पानी में बही कार को भी रस्सी से बांधकर बाहर निकाल लिया। कार के अंदर सरपंच का शव मिला है। कार को खींचने के लिए ग्रामीणों ने ट्रैक्टर की मदद लेना पड़ी। ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच नशे में था और बार-बार रोका गया, लेकिन वह इंजीनियर को बचा लाऊंगा, ये कहते हुए आल्टो कार नदी डाल दी।

नर्मदा पट्टी 50-60 गांवों में पानी भरा; रेस्क्यू के लिए सेना और हेलिकॉप्टर बुलाए गए
नर्मदा पट्टी में बाढ़ से 50-60 गांवों में पानी भर गया है और लोगों ने ऊंचाई और टपरों में पनाह ली है। रायसेन प्रशासन ने बचाव के लिए सेना और हेलीकॉप्टर की मदद मांगी है। सेना और हेलीकॉप्टर का दल भी आ चुका है। जो राहत और बचाव कार्य में जुट गया है। रायसेन जिले के बाड़ी बरेली उदयपुरा देवरी सहित नर्मदा पट्टी में बाढ़ से ज्यादा हालत खराब है। गांव में नर्मदा नदी का पानी घुस रहा है। जहां पर लगातार बचाव कार्य चल रहा है। यहां पर अब तक 700 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल कर स्कूल और पंचायत भवनों में पहुंचाया गया है।

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