बस हाइजैक :233 किमी दूर झांसी जिले की सीमा में खड़ी मिली, सवार 34 यात्री सुरक्षित

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में न्यू दक्षिणी बाइपास पर मंगलवार रात हथियारों से लैस बदमाशों ने 34 सवारियों से भरी प्राइवेट बस को हाइजैक कर लिया। बदमाशों ने ड्राइवर और कंडक्टर को 300-300 रुपए देकर रास्ते में उतार दिया और बस लेकर चले गए। बस हाइजैक की सूचना मिलने पर पुलिस सक्रिय हुई। करीब 5 घंटे बाद बस आगरा से 233 किमी दूर झांसी जनपद की सीमा में बरामद हुई है। बस को झांसी रोडवेज बस स्टैंड लाया जाएगा। यहां से यात्रियों को उनके गंतव्य तक रवाना किया जाएगा।
यह है पूरा मामला
ग्वालियर के डबरा के रहने वाले बस कंडक्टर रमेश ने पुलिस को बताया कि, वह बस (यूपी 75 एम 3516) 34 सवारियों को लेकर मंगलवार शाम करीब 5 बजे गुरुग्राम से मध्य प्रदेश के पन्ना में अमानगंज के लिए निकला था। रात करीब साढ़े 10 बजे वह आगरा में दक्षिणी बाइपास के पास रायभा टोल प्लाजा के पास पहुंचे। तभी दो कार में सवार 8-9 लोगों ने खुद को फाइनेंसकर्मी बताकर बस को रुकवाया। ड्राइवर को नीचे उतरने के लिए कहा, लेकिन उसने बस को आगे बढ़ा दिया। इसके बाद कार सवार पीछा करने लगे। मलपुरा में न्यू दक्षिणी बाइपास पर कार सवारों ने ओवरटेक करके बस को रुकवा लिया। बस में चार लोग सवार हो गए और खुद चलाने लगे।
बदमाश सैंया से फतेहाबाद होते हुए बस को लखनऊ एक्सप्रेस वे पर ले गए। यहां एक ढाबे पर खाना खाया। कंडक्टर से सवारियों के रुपए वापस कराए और सवारियों समेत फिर बस लेकर चल दिए। ड्राइवर और कंडक्टर को दिल्ली-कानपुर हाईवे पर तीन-तीन सौ रुपए देकर कुबेरपुर के पास छोड़ दिया।
सुबह चार बजे ड्राइवर व कंडक्टर ने मलपुरा थाने पहुंचकर घटना की जानकारी। इसके बाद सक्रिय हुई। आईजी ए सतीश गणेश ने राजस्थान, मध्य प्रदेश के अधिकारियों से भी संपर्क साधा। दिल्ली-कानपुर हाइवे और सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। आशंका जताई गई कि बस दिल्ली की ओर लौटकर गई। इसलिए मथुरा पुलिस को भी अलर्ट किया गया। इसी बीच करीब 11 बजे आगरा पुलिस को सूचना मिली कि बस झांसी जनपद की सीमा में लावारिस हालत में खड़ी मिली है। सभी यात्री सुरक्षित हैं। बस को झांसी ले जाया जा रहा है।
क्या बोले एसएसपी?
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि बस को किसी बदमाशों ने नहीं, फाइनेंस कंपनी के कर्मियों ने कब्जे में लिया है। कर्मियों ने कहा था कि वे सवारियों को उनके गंतव्य तक छोड़ेंगे। बस मालिक किश्त नहीं चुका पा रहा था। इस मामले में कार्रवाई की जा रही है।