100 करोड़ रुपए से अधिक की ज्वैलरी पहनकर सजे राधा-कृष्ण-
August 12, 2020

ग्वालियर/ यहां फूलबाग गोपाल मंदिर में जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान राधाकृष्ण का श्रृंगार करीब 100 करोड़ रुपए के अधिक की ज्वैलरी से किया गया। सिंधिया राजवंश के ये प्राचीन ज्वैलरी मध्यभारत की सरकार के समय गोपाल मंदिर को सौंप दिए गए थे। इन बेशकीमती ज्वैलरी में हीरे और पन्ना जड़ित हैं। ज्वैलरी को हर साल जिला कोषालय से कड़ी सुरक्षा के बीच मंदिर लाया जाता है। ज्वैलरी की लिस्टिंग के बाद उनका वजन किया गया इसके बाद गंगाजल से धोने के बाद भगवान को पहनाए गए सुरक्षा के लिए यहंा बडी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रहा।
मंदिर के इतिहास में पहली बार कोरोना संकट के चलते इस बार मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया गया। श्रृंगार के बाद भगवान के दर्शन फेसबुक लाइव के जरिए कराए जा रहे हैं। निगमायुक्त संदीप माकिन के अनुसार 12 अगस्त को सुबह बैंक के लॉकर से भगवान के गहने निकालकर उनका श्रृंगार किया गया। गहनों की सुरक्षा के लिए पुलिस जवानों की तैनाती तो की ही गई है साथ ही सीसीटीवी कैमरों के जरिए भी इनकी निगरानी की जा रही है। सौ करोड़ कीमत के हैं गहने सिंधिया रियासत द्वारा बनवाए गए इस मंदिर में राधा-कृष्ण की प्रतिमाओं के लिए बहुमूल्य रत्नों से जड़ित सोने की जेवरात हैं। एंटीक होने के कारण इनका बाजार मूल्य सौ करोड़ से अधिक आंका जाता है।
मंदिर के इतिहास में पहली बार कोरोना संकट के चलते इस बार मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया गया। श्रृंगार के बाद भगवान के दर्शन फेसबुक लाइव के जरिए कराए जा रहे हैं। निगमायुक्त संदीप माकिन के अनुसार 12 अगस्त को सुबह बैंक के लॉकर से भगवान के गहने निकालकर उनका श्रृंगार किया गया। गहनों की सुरक्षा के लिए पुलिस जवानों की तैनाती तो की ही गई है साथ ही सीसीटीवी कैमरों के जरिए भी इनकी निगरानी की जा रही है। सौ करोड़ कीमत के हैं गहने सिंधिया रियासत द्वारा बनवाए गए इस मंदिर में राधा-कृष्ण की प्रतिमाओं के लिए बहुमूल्य रत्नों से जड़ित सोने की जेवरात हैं। एंटीक होने के कारण इनका बाजार मूल्य सौ करोड़ से अधिक आंका जाता है।