उज्जैन में सबसे पहले बाबा महाकाल को बंधी राखी, प्रदेश भर में राखी के त्योहार की धूम

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग मंदिर में श्रावण पूर्णिमा को रक्षा बंधन पर भस्मारती के बाद सबसे पहले राखी बांधी गई। इसके साथ पुजारियों ने बाबा महाकाल को 11 हजार लड्डुओं का भोग लगाया। परंपरा के अनुसार उज्जैन में सभी त्योहार सबसे पहले महाकाल मंदिर में मनाए जाते हैं।
कोरोना संक्रमण के बाद भी मध्य प्रदेश में रक्षा बंधन को लेकर बहनों का उत्साह कम नहीं हुआ है। भले ही परिवहन के साधन नहीं मिलने से बहन और भाई एक दूसरे के घर नहीं पहुंच पाए हों, लेकिन कुछ बहनें ऑनलाइन ही भाई को राखी भेजने की तैयारी में हैं। ज्योतिषियों के मुताबिक अगर बहन भाई से नहीं मिल पा रही हों तो वे अपने इष्ट को राखी अर्पित कर सकती हैं, साथ ही भाई अपने परिवार के लोगों के द्वारा भगवान को राखी अर्पित कर पहन सकते हैं। मध्य प्रदेश के उज्जैन में सबसे पहले भगवान महाकाल को राखी अर्पित की गई, अब शहर के लोग रक्षा बंधन का त्योहार मनाएंगे।
आज श्रावण की आखिरी सवारी
बाबा महाकाल की श्रावण मास के अंतिम सोमवार को आज शाम सवारी निकाली जाएगी। सके बाद 10 अगस्त को भादौ मास की पहली तथा 17 अगस्त को श्रावण-भादौ मास की शाही सवारी निकाली जाएगी। भगवान आज भक्तों को मनमहेश और चंद्रमौलेश्वर के रूप में दर्शन देंगे।