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एडीजे और बेटे की मौत का खुलासा,महिला मित्र ने आटे में दिया था जहर

एडीजे और बेटे की मौत का खुलासा,महिला मित्र ने आटे में दिया था जहर

पत्रकारवार्ता में आरोपियों के साथ किया घटना का खुलासा
 बैतूल। जिला न्यायालय बैतूल में पदस्थ रहे एडीजे महेंद्र त्रिपाठी और बेटे अभियनराज की मौत पर  बैतूल पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में एडीजे की परिचित महिला मित्र संध्या सिंह समेत छह लोगो को गिरफ्तार किया है। एडीजे को जहर उनके घर के आटे में मिलाकर इसी महिला ने दिया था। पुलिस ने इस मामले में हत्या का आरोप दर्ज कर छिन्दवाड़ा में रहने वाली संध्या सिंह, तांत्रिक देवीलाल समेत छह लोगों को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने परिवार में कलह कलेश सुधारने के लिए तंत्र वाला आटा दिया था जिसमें जहर मिला हुआ था। खुलासा हुआ है कि एडीजे और महिला के बीच रूपए के लेन देन को लेकर विवाद था जिसकी परिणति इन हत्याओं के रूप में हुई।
पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद ने पुलिस कंट्रोल रूम में बुधवार शाम 5 बजे आयोजित पत्रकारवार्ता में बताया कि जिला न्यायालय में पदस्थ अति जिला सत्र न्यायाधीश महेन्द्र कुमार त्रिपाठी(56) और इसके दो बेटे अभियान राज त्रिपाठी (33) और छोटा बेटा आशीष राज त्रिपाठी  (25) घटना दिनांक 20 जुलाई 2020 को रात्रि 10.30 बजे के लगभग भोजन करने के बाद अचानक उल्टियां करने लगे और बीमार हो गए। जिस खाने के बाद इनकी तबीयत खराब हुई यह भोजन जज की पत्नी श्रीमती भाग्य त्रिपाठी ने तैयार किया था। तैयार गर्म रोटियां खाने के बाद तबीयत खराब हुई थी। जज साहब की पत्नी ने बासा भोजन किया इस कारण उनकी तबीयत मे कोई गड़बड़ी नहीं हुई। 21 जुलाई एवं 22 जुलाई को दिन एवं रात में एडीजे महेन्द्र कुमार त्रिपाठी और इनके बेटो का न्यायाधीश आवास परिसर बैतूल में ही ईलाज चलता रहा। 23 जुलाई को स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने के कारण जज व इनके दोनों बेटे पाढर अस्पताल बैतूल में भर्ती कराया गया जहां से हालत गंभीर होने के बाद नागपुर में रेफर कर दिया गया।नागपुर के प्रसिद्ध एलेक्सिस अस्पताल में 26 जुलाई को प्रात: 04.30 बजे के लगभग महेन्द्र त्रिपाठी की मौत हो गई।  इस घटना में जज के छोटे बेटे आशीष राज त्रिपाठी की तबीयत ज्यादा खराब न होने के कारण उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। नागपुर पुलिस ने जज की मौत के बाद स्व. जज के छोटे पुत्र आशीष राज त्रिपाठी की सूचना पर मर्ग कायम किया गया।
संध्या सिंह ने दिया था आटा
पुलिस अधीक्षक सिमला प्रसाद ने बताया कि एडीजे के छोटे बेटे आशीष ने पुलिस को बताया कि नागपुर आते समय उसके पिता महेन्द्र त्रिपाठी ने रास्ते में उसे बताया था कि परिचित संध्या सिंह ने उन्हें यह आटा दिया था। उस आटे की पूजा किसी पंडित ने की है, वहीं आटा घर के आटे में मिलाकर खाना बनाया और खाया गया था। इसी आटे से भोजन तैयार करने के बाद में उसी के कारण फूड पाईजनिंग से उसके पापा और भाई की मौत हो जाना बताया। एसपी ने बताया कि दोनों मृतक पिता पुत्र का इंदिरा गांधी मेडीकल कॉलेज नागपुर में पोस्ट मार्टम चिकित्सकों द्वारा किया गया और विसरा तथा सिर के बाल एवं हाथ के नाखुन सुरक्षित कर शून्य पर अकाल मृत्यु धारा 174 द.प्र.स. के प्रकरण दर्ज कर दोनों प्रकरणों की डायरी असल अपराध को मय सुरक्षित किये गये अंग अव्ययों के बैतूल पुलिस के जिम्मे किया गया।
कुंण्ठा में मिला आटे में जहर
पुलिस ने बताया कि विवेचना के दौरान यह सामने आया है कि रीवा निवासी श्रीमति संध्या सिंह पति संतोष सिंह छिन्दवाड़ा में एनजीओ चलाती है और महेन्द्र त्रिपाठी की महिला मित्र हो गई थी के द्वारा घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस ने बताया कि इस महत्वांकाक्षी महिला ने जज की पत्नी व परिवार के बैतूल आ जाने के कारण से विगत चार माह से जज से न मिल पाने और कुंठा क्षोभ के कारण छिन्दवाड़ा में अपने संपर्क सूत्र खुद के ड्रायवर संजू पिता बंडू और संजू के फूफा देवीलाल पिता सेवाराम चन्द्रवंशी निवासी काशीनगर छिन्दवाड़ा, मुबीन खान पिता सलीम खान निवासी छिन्दवाड़ा और कमल पिता गरीबा ने मिलकर षड्यंत्र तैयार किया। षड्यंत्र में बनी योजना के अनुसार श्रीमति संध्या सिंह बैतूल आटे में जहर मिलाकर जज को दे दिया। इसी आटे की रोटी खाने से जज और उनके बेटे की मौत हो गई।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
सम्पूर्ण तथ्यों की जांच के उपरांत पुलिस गंज द्वारा अपराध कं. 201/2020 धारा 302, 323, 307, 120-4 भादवि का पंजीबद्ध कर घटना में प्रयुक्त आरोपियों की कार एमपी – 28 – सीबी-3302 जप्त कर मामले में मुख्य आरोपी श्रीमति संध्या सिंह पति संतोष सिंह निवासी छिन्दवाड़ा एवं इनके कार के चालक संजू पिता बलू निवासी छिन्दवाड़ा को पूछताछ में जुर्म स्वीकर कर लेने पर गिरफ्तार कर लिया गया है। शेष आरोपीगण फूफा देवीलाल पिता सेवाराम चंद्रवंशी निवासी काशोनगर छिन्दवाड़ा, मुबीन खान पिता सलीम खान निवासी छिन्दवाड़ा, कमल निवासी छिन्दवाड़ा को गिरफ्तार किया है। बाबा उर्फ रामदयाल निवासी छिन्दवाड़ा को भी मामले में शीघ गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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